क्या डोनाल्ड ट्रंप ने मानी अपनी गलती 
1 min read

क्या डोनाल्ड ट्रंप ने मानी अपनी गलती 

 

रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••

डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरीफ लगा ने के फैसले को मुश्किल और आसान नहीं बताया, साथ ही माना कि इससे भारत-अमेरिका संबंधों में दरार आई है। उन्होंने अपने फैसले के पीछे व्यापार नीति और रूस से तेल खरीद को लेकर अतिरिक्त टैरिफ लगाना बड़ी बात बताया है, लेकिन अब वे भारत के साथ व्यापार समझौते और प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत करना चाहते हैं ताकि रिश्तों को सुधार सकें। ट्रंप ने मोदी को दोस्त बताया क्योंकि दोनों नेताओं के बीच एक गहरा और अनूठा रिश्ता है, जिसमें उन्होंने हमेशा एक-दूसरे की प्रशंसा की है और मोदी ने अमेरिका को भारत की ताकत का एहसास कराया है। इससे दोनों देशों के बीच बेहतर संबंध की उम्मीद बनी हुई है और व्यापार फिर से शुरू होने की संभावना है।

ट्रंप ने मोदी को कहा जिगरी दोस्त 

टैरिफ लगाने के बावजूद ट्रंप ने भारत के प्रधानमंत्री मोदी के साथ अच्छे संबंधों की बात कही है और मोदी को “जिगरी दोस्त” बताया है। दोनों नेताओं के बीच केमिस्ट्री को भी सराहा गया है। भारत-अमेरिका के व्यापार संबंधों में सुधार और दोबारा शुरूआत के लिए बातचीत जारी रहने की संभावना है।ट्रंप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने “बहुत अच्छे दोस्त” और पुराने सहयोगी के रूप में मानते हुए कहा है कि दोनों नेताओं के बीच व्यक्तिगत स्तर पर मजबूत दोस्ती और समझ है। उन्होंने स्वीकार किया कि भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक संबंधों में कठिनाइयां आई हैं, जैसे कि भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाना, लेकिन अब वे इस स्थिति को सुधारने और व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए भारत से बातचीत करने को तैयार हैं। ट्रंप ने कहा है कि वे आने वाले हफ्तों में मोदी से बात करने के लिए उत्सुक हैं और विश्वास जताया कि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौता सफल होगा। यह दोस्ताना संबंध व्यापारिक हितों से ऊपर हैं और दोनों नेताओं के बीच भरोसे और सम्मान की बुनियाद पर आधारित है .

जल्द ही होगा व्यापारिक समझौता

भारत-अमेरिका व्यापार की दोबारा शुरूआत की उम्मीद है क्योंकि दोनों देश व्यापार बाधाओं को दूर करने के लिए सक्रिय रूप से वार्ता कर रहे हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने अपने प्रशासन को निर्देश दिया है कि वे भारत के साथ व्यापारिक समस्याओं को हल करने के लिए बातचीत जारी रखें। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी भी अपने अधिकारियों को तेजी से व्यापार समझौते पर काम करने का निर्देश दे रहे हैं। आगामी हफ्तों में एक अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल भारत आएगा, जहां व्यापारिक मुद्दों और रक्षा उपकरण खरीद जैसे समझौतों पर वार्ता होगी। यह संकेत है कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक संबंधों में सकारात्मक प्रगति हो रही है और जल्द ही यह समझौता प्रभावी हो सकता है ट्रंप का मोदी के प्रति सम्मान स्पष्ट रूप से देखने को मिलता है जब उन्होंने प्रधानमंत्री को “जिगरी दोस्त” कहा और सार्वजनिक रूप से दोनों देशों के बीच साझेदारी को महत्व दिया। उन्होंने मोदी की नेतृत्व क्षमता और भारत की आर्थिक शक्ति को स्वीकार किया, जिससे दोनों देशों का रिश्ता पारस्परिक सम्मान और विश्वास पर आधारित है। मोदी ने भी ट्रंप के इस स्नेह और समर्थन का जवाब देते हुए कहा कि भारत-अमेरिका साझेदारी असीम संभावनाओं वाली है और दोनों देश मिलकर व्यापार वार्ता को जल्द पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं। यह संवाद और सम्मान ही भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत बनाए रखने में सहायक है

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *