निर्दलीय चुनाव लड़ने वाले 10 नेताओं को पार्टी से छह साल के लिए निष्कासित
रिपोर्ट:रांची डेस्क
राजद में अनुशासनहीनता पर कर्रवाई
पटना। राजद ने पार्टी अनुशासन तोड़ने वाले नेताओं पर सख्त रुख अपनाया है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मंगनी लाल मंडल ने बुधवार को ऐसे दस नेताओं को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह वर्षों के लिए निष्कासित करने का आदेश जारी किया। बताया गया कि ये नेता या तो निर्दलीय रूप से चुनाव मैदान में उतर गए थे या फिर आधिकारिक उम्मीदवारों के खिलाफ काम कर रहे थे।
राजद कार्यालय से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि पार्टी नेतृत्व ने ये कदम संगठन की गरिमा और अनुशासन को बनाए रखने के लिए उठाया है। निष्कासित नेताओं में डेहरी के विधायक फतेह बहादुर सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष सतीश कुमार, बिहारशरीफ के मोहम्मद नौसादुल नवी, तथा कांटी के पूर्व विधायक मोहम्मद गुलाम जिलानी वारसी प्रमुख नाम हैं।
सभी जिला इकाइयों को दी गई चेतावनी
पार्टी ने स्पष्ट किया कि चुनाव प्रक्रिया के दौरान कोई भी नेता या कार्यकर्ता यदि अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ कार्य करेगा या स्वतंत्र रूप से मैदान में उतरेगा, तो उसके खिलाफ कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
राजद सूत्रों के अनुसार, प्रदेश नेतृत्व ने सभी जिला इकाइयों को भी चेतावनी दी है कि ऐसे व्यक्तियों की रिपोर्ट तत्काल प्रदेश कार्यालय को भेजी जाए, ताकि पार्टी अनुशासन पर कोई आँच न आए।
बगावत पर अंकुश लगाने का सदेश
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह कार्रवाई अगले चरण के विधानसभा चुनाव से पहले राजद की एक सख्त संदेश देने वाली रणनीति है जिससे संगठन के भीतर बगावत की किसी भी संभावना पर अंकुश लगाया जा सके।
वहीं, निष्कासित नेताओं ने अपने-अपने स्तर पर पार्टी के इस निर्णय पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि वे लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात जनता के सामने रखेंगे।
