भारत ने नौवीं बार जीता एशिया कप, पाकिस्तान फिर धराशायी
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भारत ने नौवीं बार जीता एशिया कप, पाकिस्तान फिर धराशायी

रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••

दुबई, रविवार खेल प्रतिनिधि भारत ने एक बार फिर अपने चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को बड़ा झटका देते हुए एशिया कप 2025 का फाइनल मुकाबला जीत लिया। बेहद रोमांचक मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को पांच विकेट से पराजित कर खिताब पर कब्जा जमाया और खिताबी इतिहास में यह भारत का नवां एशिया कप खिताब रहा।  

कुलदीप ने पाकिस्तान को झकझोरा  

पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान टीम भारतीय गेंदबाजी के सामने बेबस नजर आई। स्पिन जादूगर कुलदीप यादव ने चार विकेट झटके और मेहमान टीम को 19.1 ओवर में सिर्फ 146 रन पर समेट दिया। पाकिस्तान की शुरुआत से ही लय बिगड़ी रही और कोई भी बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका।  

तिलक वर्मा बने ‘संकटमोचक’  

146 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारत की शुरुआत बेहद खराब रही। पहले पांच ओवरों में ही टीम ने 20 रन के भीतर अपने तीन बड़े विकेट गंवा दिए। लेकिन युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा ने संघर्ष के बीच मोर्चा संभाला उन्होंने 53 गेंदों पर नाबाद 69 रन की शानदार पारी खेली और टीम को जीत की ओर आगे बढ़ाया।  

 

इस दौरान तिलक ने संजू सैमसन (24) के साथ 57 रन और शिवम दुबे (33) के साथ 60 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। उनकी पारी ने पूरे मैच का रूख बदल दिया।  

आखिरी ओवर में रोमांच  

भारत को आखिरी ओवर में जीत के लिए 10 रन चाहिए थे। गेंद पाकिस्तान के तेज गेंदबाज हारिस रऊफ के हाथों में थी। दूसरी गेंद पर तिलक ने शानदार छक्का जड़ा और चौथी गेंद पर रिंकू सिंह ने चौका लगाकर भारत को ऐतिहासिक जीत दिला दी। यही वह पल था जब भारतीय दर्शक और पूरी टीम जश्न में झूम उठी।  

हारिस रऊफ, जिन्होंने सुपर-4 चरण में भारतीय दर्शकों को उकसाने वाले इशारे किए थे, फाइनल में पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए। उन्होंने 3.4 ओवर में 50 रन लुटा दिए और कोई विकेट नहीं मिला।  

अभिषेक शर्मा बने टूर्नामेंट के ‘स्टार’  

भारत की जीत की खुशी के बीच एक और बड़ा नाम सामने आया अभिषेक शर्मा बाएं हाथ के इस ओपनर ने पूरे टूर्नामेंट में 314 रन बनाए और बन गए सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज। उनकी बल्लेबाजी का स्ट्राइक रेट 200 रहा और औसत 44.8। उन्होंने सबसे ज्यादा छक्के भी लगाए।  

पावरप्ले में उनके ताबड़तोड़ शॉट्स ने विरोधियों की कमर तोड़ दी। खासकर यूएई के खिलाफ मैच में उन्होंने तीन लंबे छक्के लगाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।  

 गंभीर और सूर्यकुमार का रणनीतिक कमाल  

मैच से पहले टीम में सूर्यकुमार यादव और कोच गौतम गंभीर के नेतृत्व को लेकर खूब चर्चा थी। लेकिन फाइनल में टीम ने बेखौफ होकर उसी रणनीति पर अमल दिखाया। शुरुआती झटकों के बावजूद खिलाड़ियों ने दबाव को खुद पर हावी नहीं होने दिया और आक्रामक रवैया बरकरार रखा।  

भारत की इस शानदार जीत के बाद पूरे देश में जश्न का माहौल है। दुबई से लेकर दिल्ली और रांची तक भारतीय प्रशंसक इस ऐतिहासिक पल के गवाह बने और एक बार फिर साबित हो गया कि एशिया कप का बादशाह भारत ही है। 

 

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