एशिया कप सुपर-4 विवाद ने पकड़ा तूल भारत ने रऊफ फरहान के खिलाफ की शिकायत, PCB ने सूर्यकुमार यादव पर उठाए सवाल
नई दिल्ली/दुबई, 26 सितम्बर
एशिया कप सुपर-4 दौर के मुकाबले में भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों के बीच हुए विवाद ने अब आधिकारिक रूप ले लिया है। समझा जाता है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई)ने बुधवार को पाकिस्तानी क्रिकेटर हरीस रऊफ और साहिबजादा फरहानके खिलाफ आईसीसी के पास शिकायत दर्ज कराई है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि दोनों खिलाड़ियों ने मैच के दौरान भारतीय दर्शकों और खिलाड़ियों की ओर भड़काऊ इशारे किए थे।
सूत्रों की मानें तो बीसीसीआई की ओर से शिकायत आईसीसी को ईमेल भेजकर की गई है। इसके बाद अब यह मामला आईसीसी के संज्ञान में है और इस पर आगे सुनवाई की जाएगी।
आईसीसी करेगा सुनवाई
सुनवाई की प्रक्रिया के तहत, इस मामले की जिम्मेदारी आईसीसी एलीट पैनल के रेफरी रिची रिचर्डसनक्को सौंपी जा सकती है। रऊफ और फरहान दोनों को लिखित रूप से इन आरोपों का खंडन करना पड़ा है। उम्मीद है कि वे आईसीसी में औपचारिक सफाई पेश करेंगे।
आईसीसी के अधिकारियों का मानना है कि यदि आचार संहिता का उल्लंघन सिद्ध होता है तो दोनों पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खिलाफ जुर्माना या मैच प्रतिबंध जैसे दंडात्मक कदम उठाए जा सकते हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की पलटवार शिकायत
उधर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB)ने इस घटनाक्रम पर कड़ा रुख अपनाते हुए भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव के खिलाफ भी आधिकारिक शिकायत दर्ज कराई है। पाकिस्तान का आरोप है कि सूर्यकुमार ने 14 सितम्बर को भारत की पाकिस्तान पर हुई जीत के बाद अपने बयान में खेल को राजनीति और सुरक्षा मुद्दों से जोड़ दिया।
सूर्यकुमार यादव ने उस दिन जीत को भारतीय सशस्त्र बलों को समर्पित करते हुए, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादियों से मुठभेड़ में शहीद सैनिकों का उल्लेख किया था। पीसीबी का तर्क है कि यह बयान आईसीसी की आचार संहिता के खिलाड़ियों द्वारा राजनीतिक या सैन्य संदेश देने से संबंधित प्रावधान का उल्लंघन करता है।
मामला गरमाता हुआ, क्रिकेट पर छाया तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से संवेदनशील माहौल इस विवाद के बाद और अधिक तनावपूर्ण हो गया है।
भारतीय पक्ष का आरोप है कि पाकिस्तानी खिलाड़ियों का व्यवहार खेल भावना के विपरीत था और उन्होंने दर्शकों को उकसाने वाले इशारे किए।
वहीं पाकिस्तान यह मानता है कि भारतीय कप्तान का बयान खेल से इतर राजनीतिक व सैन्य घटना में हस्तक्षेप था और इससे आईसीसी के नियम टूटे।
आगे क्या होगा?
आईसीसी इस मामले की जांच कर दोनों शिकायतों को एक साथ सुनेगा।
रेफरी द्वारा दी गई रिपोर्ट के आधार पर खिलाड़ियों पर जुर्माना, चेतावनी या निलंबन जैसी कार्रवाई की जा सकती है।
दोनों बोर्डों के बीच इससे पहले भी तनावपूर्ण रिश्ते रहे हैं, अब यह विवाद लंबे समय के लिए चर्चा का विषय बन सकता है।
