दिनांक 18 जून, 2024 से दिनांक 25 जून, 2024 तक राज्य के सभी स्कूलों में चलाया जाएगा जागरूकता अभियान
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दिनांक 18 जून, 2024 से दिनांक 25 जून, 2024 तक राज्य के सभी स्कूलों में चलाया जाएगा जागरूकता अभियान

मादक द्रव्यों एवं नशीले पदार्थो के सेवन/उपयोग को रोकने हेतु, साथ ही छात्रों में इसके बढ़ते दुष्प्रभावों को देखते हुए राज्य सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग ने नशे के विरुद्ध एक युद्ध अभियान के तहत व्यापक जागरूकता अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसके तहत दिनांक 18 जून, 2024 से 25 जून, 2024 तक राज्य के सभी कोटि के सरकारी/गैर सरकारी सहायता प्राप्त/गैर सहायता प्राप्त/अल्पसंख्यक/निजी विद्यालयों में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से स्कूली बच्चो को प्रतिदिन मादक द्रव्यों/नशीले पदार्थो के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के विरुद्ध जागरूक किया जाएगा। अभियान से संबंधित एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम का आज झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद में आयोजन किया गया। इस उन्मुखीकरण कार्यक्रम में स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रभारी सचिव श्री उमाशंकर सिंह, झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक श्री आदित्य रंजन, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधीक्षक श्री एस शारिक ओमर, एनसीसी के ग्रुप कमांडेंट कर्नल राजीव कुमार, मेदांता अस्पताल के मनोचिकित्सक सह नशामुक्ति विशेषज्ञ श्री पवन कुमार बर्णवाल समेत सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, शिक्षा विभाग के सभी जिलों के नोडल पदाधिकारी, जिला खेल पदाधिकारी, स्वास्थ्य पदाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं सामाजिक/गैर सरकारी संगठनो के प्रतिनिधि शामिल हुए।

मादक द्रव्यों/नशीले पदार्थो के विरुद्ध जिलास्तर पर प्राचार्यो को प्रशिक्षण दे

उन्मुखीकरण कार्यक्रम के दौरान झारखंड सरकार के स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के प्रभारी सचिव श्री उमाशंकर सिंह ने नशे के विरुद्ध जिलास्तर पर कक्षा 9 से 12 तक के शिक्षकों एवं स्कूलों के प्रचायो को प्रशिक्षण देने पर जोर दिया। उन्होंने इसके लिए पाठ्यक्रम तैयार करने अथवा शिक्षकों को परामर्शदाता की भूमिका का निर्वाहन करने की सलाह दी। श्री उमाशंकर सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि नशे के विरुद्ध छात्रों और किशोरों को जागरूक करने के लिए वन टू वन इंटरवेंशन जरूरी है। उन्होंने कहा कि इसकी निगरानी विद्यालय स्तर पर की जाए कि बच्चे के व्यवहार में क्या कोई बदलाव आ रहा है और यदि बदलाव हो रहा है तो उसका कारण क्या है? उन्होंने नशे के विरुद्ध अभियान में बाल संसद और एसएमसी सदस्यों की भूमिका पर विस्तृत प्रकाश डाला।

स्कूलों के आसपास नशीले पदार्थो का वितरण हुआ तो कार्रवाई होगी

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक श्री आदित्य रंजन ने कहा कि स्कूलों के आसपास यदि नशीले पदार्थो का सेवन/बिक्री हुआ तो स्कूल पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य के 35000 से अधिक स्कूलों के शिक्षकों का यह दाइत्व है कि वह सुनिश्चित करेंगे कि उनके विद्यालय के क्षेत्र में कोई ऐसा असामाजिक कार्यो में संलिप्त ना हो। वे सचेत रहेंगे तभी छात्रों को नशे से बचाया जा सकता है। उन्होंने बीआरपी/सीआरपी को ऐसे विद्यालयों को सूचीबद्ध करने का निर्देश दिया जिनके आसपास नशीले पदार्थो की बिक्री या सेवन होने का संदेह है। उन्होंने इस अभियान की सफलता के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, बाल कल्याण विभाग, एनजीओ, पुलिस डिपार्टमेंट अथवा इस क्षेत्र के विशेषज्ञों हर एक की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया।

104 केजी मादक द्रव्य सील, निरंतर जारी है अभियान

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधीक्षक श्री एस शरीक ओमर ने कहा कि एनसीबी लगातार राज्य में अभियान चला रही है। अबतक 104 किलोग्राम मादक द्रव्यों को सीज़ किया जा चुका है। यह अभियान निरंतर जारी है। श्री शारिक ओमर ने संयुक्त राष्ट्र चार्टर और कन्वेंशंस के हवाले से कई महत्वपूर्ण जानकारियां दी। उन्होंने कहा कि ऐसे मादक द्रव्य दो दिमाग पर सीधा असर करे उसे नारकोटिक्स ड्रग्स कहा जाता है। इसका सेवन बेहद खतरनाक है। उन्हें झारखंड के चतरा, खूंटी और रांची जिले में ड्रग्स के कंपल्सिव इस्तेमाल पर चिंता जाहिर करते हुए इसके रोकथाम को समय की जरूरत बताया।

एनसीसी से बच्चे विनय व आत्मसंयमित हो रहे है

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एनसीसी (नेशनल कैडेट कॉर्प्स) के ग्रुप कमांडेंट कर्नल राजीव कुमार ने झारखंड में एनसीसी की भूमिका पर प्रकाश डाला। कर्नल राजिव कुमार ने कहा कि आज के समय में एनसीसी झारखंड के 24 में से 12 जिलों को कवर करती है। पूरे देश में 14 लाख बच्चे एनसीसी में शामिल है और इसके माध्यम से उनके जीवन में विनय व आत्मसंयमित होने का गुण विकसित हुआ है। उन्होंने कहा कि झारखंड के 12 जिलों में एनसीसी 9 यूनिट में फैला है।

18 से 25 तक आयोजित होंगी गतिविधियां, 22 को प्रभातफेरी

राज्य के सभी स्कूलों में दिनांक 18 जून, 2024 से दिनांक 22 जून, 2024 तक प्रतिदिन विभिन्न गतिविधियों का आयोजन कर मादक द्रव्यों/नशीले पदार्थो के विरुद्ध जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। इसके तहत दिनांक 18 जून को क्विज प्रतियोगिता, दिनांक 19 जून को पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता, 20 जून को निबंध लेखन प्रतियोगिता आयोजित की जायेगी। दिनांक 22 जून को प्रभात फेरी आयोजित की जायेगी, इसके बाद विद्यालय में स्पीच, स्लोगन मेकिंग और पेंटिंग प्रतियोगिता होगी। दिनांक 24 जून को साइकिल रैली, दिनांक 25 जून को प्रार्थना सभाओ में जागरूकता संदेश पढ़ा जायेगा। दिनांक 26 जून को विश्व नशा निवारण दिवस के दिन संकल्प और पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा।

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