
झारखंड में नई खुदरा शराब नीति: लॉटरी प्रक्रिया पूरी, रांची में सबसे ज्यादा राजस्व
रांची: झारखंड में 1 सितंबर से नई खुदरा शराब नीति के लागू होने के साथ ही शराब की खुदरा बिक्री का नया दौर शुरू हो जाएगा। इस नई नीति के तहत दुकानों के आवंटन के लिए लॉटरी की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जिससे सरकार को बड़ी मात्रा में राजस्व प्राप्त हुआ है।
रांची में सबसे अधिक आवेदन और राजस्व
पूरे राज्य में खुदरा शराब दुकानों के लिए सबसे अधिक आवेदन राजधानी रांची में आए थे। रांची के उपायुक्त (डीसी) मंजूनाथ भजंत्री ने बताया कि लॉटरी प्रक्रिया के तहत सरकार के राजस्व में 6 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा की गई है, जो कि आवेदकों द्वारा भरे गए फॉर्म शुल्क से प्राप्त हुई है।
लॉटरी प्रक्रिया का विवरण
नई उत्पाद नीति के अनुसार, रांची जिले में कुल 150 शराब दुकानों का आवंटन लॉटरी के माध्यम से किया गया है। इन दुकानों के लिए कुल 1752 आवेदन जमा किए गए थे, जो कि आवेदकों की भारी रुचि को दर्शाता है। पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी बनाने के लिए, लॉटरी का आयोजन दिन भर चला, जिसमें कुल 87 समूह (ग्रुप) बनाए गए थे। इन समूहों के माध्यम से ही सभी 150 दुकानों का आवंटन किया गया।
इस प्रक्रिया के पूरा होने के बाद, अब राज्य में 1 सितंबर से शराब की खुदरा बिक्री नए नियमों के तहत शुरू हो जाएगी, जिसमें निजी हाथों में दुकान संचालन की जिम्मेदारी होगी। सरकार को उम्मीद है कि इस नई नीति से राजस्व में और वृद्धि होगी और शराब की बिक्री को अधिक व्यवस्थित किया जा सकेगा।