रांची : पुलिस मुख्यालय में माओवादियों की प्रस्तावित बंदी को लेकर सुरक्षा को लेकर संवाददाता सम्मेलन
रिपोर्ट:-रची डेस्क••••••
रांची, 07 अक्टूबर। राजधानी स्थित पुलिस मुख्यालय के सभागार में मंगलवार को पुलिस महानिरीक्षक (अभियान) सह पुलिस प्रवक्ता माइकल राज एस ने संवाददाता सम्मेलन कर पत्रकारों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने भाकपा (माओवादी) संगठन द्वारा प्रस्तावित प्रतिरोध सप्ताह और आगामी 15 अक्टूबर को घोषित झारखंड-बंगाल-छत्तीसगढ़ बंद को लेकर झारखंड पुलिस की तैयारियों की जानकारी दी।
बंदी को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
आईजी ऑपरेशन माइकल राज एस ने बताया कि माओवादियों द्वारा 15 अक्टूबर को बंदी का आह्वान किया गया है, लेकिन इसके बावजूद राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए व्यापक सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य के सभी जिलों में पुलिस बल को सतर्क कर दिया गया है और संवेदनशील इलाकों में विशेष निगरानी रखी जा रही है। इसके साथ ही अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी बढ़ाई गई है।
उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि वे किसी डर या अफवाह में न आएं और निडर होकर अपने दैनिक कार्यों में लगे रहें। पुलिस हर स्तर पर जनता की सुरक्षा के लिए मुस्तैद है।
माओवाद पर लगाम
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी दी कि झारखंड में पिछले कुछ वर्षों में नक्सली गतिविधियों में भारी गिरावट आई है। वर्तमान में राज्य में सीपीएम माओवादी संगठन के लगभग 80 सदस्य ही सक्रिय हैं।
उन्होंने बताया कि सारंडा के जंगलों में करीब 65 माओवादी मौजूद हैं, जबकि अन्य चार-पांच जिलों में गिने-चुने उग्रवादीबचे हुए हैं।
आईजी ने कहा कि पुलिस का अभियान लगातार जारी है और आने वाले एक से दो महीनों में बाकी बचे नक्सलियों का भी पूर्ण सफाया कर दिया जाएगा।
सीमावर्ती जिलों में बढ़ी चौकसी
आईजी ऑपरेशन ने बताया कि पड़ोसी राज्य बिहार में होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए झारखंड पुलिस सतर्क है। उन्होंने कहा कि झारखंड के आठ जिले बिहार से सीमा साझा करते हैं जहां सुरक्षा एजेंसियां और जिला पुलिस अधिकारी लगातार समन्वय बनाकर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि सीमाई थाना क्षेत्रों में पुलिस बल को सक्रिय किया गया है और किसी भी बाहरी तत्व की गतिविधि पर कड़ी नजर रखी जा रही है।
पुलिस का संदेश
माइकल राज एस ने कहा कि माओवादी संगठन अब बेहद कमजोर स्थिति में है, और जनता का सहयोग पुलिस की सबसे बड़ी ताकत है। उन्होंने आम लोगों से अपील की कि वे किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें। राज्य में कानून-व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है। आम नागरिक निडर होकर अपने कार्य करें, झारखंड पुलिस हर परिस्थिति में जनता की सुरक्षा के लिए तत्पर है।
