स्वयंभू बाबा चैतन्यानंद गिरफ्तार, पाँच दिन की पुलिस हिरासत में भेजे गए  
1 min read

स्वयंभू बाबा चैतन्यानंद गिरफ्तार, पाँच दिन की पुलिस हिरासत में भेजे गए  

 

रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••

नयी दिल्ली, 29 सितम्बर दिल्ली के एक नामी निजी शैक्षणिक संस्थान में छात्राओं के यौन उत्पीड़न के सनसनीखेज मामले में स्वयंभू बाबा चैतन्यानंद सरस्वती को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। 62 वर्षीय चैतन्यानंद को रविवार सुबह आगरा से हिरासत में लिया गया और अपराह्न 3:40 बजे उन्हें दिल्ली की स्थानीय अदालत में पेश किया गया। अदालत ने आरोपी को पाँच दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया।  

अभियोजन पक्ष का दावा  

अदालत के समक्ष पेशी के दौरान अभियोजन पक्ष ने गंभीर आरोपों की पूरी श्रृंखला गिनाई। अभियोजक ने कहा कि आरोपी बाबा ने संस्थान की कुल 17 छात्राओं का यौन उत्पीड़न किया। आरोप है कि उन्होंने पीड़ित छात्राओं से अश्लील हरकतें कीं और कई बार जबरन यौन संबंध बनाने की मांग की।  

आरोपी ने दी थी धमकी

 पीड़िताओं की गवाही ने इन आरोपों की पुष्टि की है।अभियोजन ने बताया कि आरोपी ने छात्राओं को धमकियाँ दी थीं ताकि वे सच न बोलें। परिसर में उनकी गतिविधियों की निगरानी के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरों का इस्तेमाल संदिग्ध तरीके से हुआ। कुछ कैमरे शौचालयों में भी लगाए गए थे, जहाँ की रिकॉर्डिंग से छात्राओं की निजता का गंभीर उल्लंघन हुआ।  

16 लड़कियों ने दर्ज कराई शिकायत  

अब तक लगभग 16 छात्राओं ने पुलिस के सामने विधिवत शिकायत दर्ज कराई है और बयान दिए हैं। छात्राओं ने कहा है कि बाबा उनके साथ लगातार अनुचित व्यवहार करते थे। कई लड़कियों ने दावा किया कि चैतन्यानंद ने उन्हें दबाव में लाने की कोशिश की और संस्थान व शिक्षा के भविष्य को बिगाड़ने की धमकी दी।  

पुलिस की तर्क और जांच  

दिल्ली पुलिस ने अदालत से कहा कि आरोपी का रिमांड आवश्यक है ताकि अतिरिक्त पीड़िताओं के बयान और तकनीकी साक्ष्य जुटाए जा सकें। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि सीसीटीवी फुटेज और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का कैसे दुरुपयोग किया गया। यह भी जांच होगी कि संस्थान प्रबंधन के अन्य कर्मचारी इसमें शामिल थे या नहीं। कई छात्राओं ने यह भी आरोप लगाया है कि प्रबंधन की ओर से उन पर मामले को दबाने का दबाव बनाया गया।  

मामला क्यों है गंभीर  

यह घटनाक्रम न केवल संस्थान बल्कि पूरे शिक्षा जगत की साख पर गहरा सवाल खड़ा करता है।संस्थानों में छात्राओं की सुरक्षा पर बहस तेज हो गई है। महिला अधिकार संगठनों ने आरोपी बाबा को कठोरतम सजा देने की माँग उठाई है। इस घटना ने एक बार फिर दिखाया है कि नाम और आस्था की आड़ में कैसे कुछ लोग अपराधों को अंजाम देते हैं।  

आगे की कार्यवाही  

अदालत ने पाँच दिन की पुलिस हिरासत पूरी होने के बाद 4 अक्टूबर को आरोपी को पुनः पेश करने का आदेश दिया है। पुलिस इस बीच छात्राओं की सुरक्षा और अन्य संभावित सह-अभियुक्तों की तलाश में जुटी है। 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *