हजारीबाग सदर अस्पताल में पुलिसकर्मी की मनमानी, घायल युवक के परिजनों से मारपीट
रिपोर्ट:रांची डेस्क
कूद ओवरब्रिज के पास हुए सड़क हादसे के बाद घटनाक्रम, दो लोग घायल, एसपी से शिकायत
हजारीबाग, मंगलवार हजारीबाग-सिमरिया मुख्य मार्ग पर कूद रेलवे ओवरब्रिज के पास रविवार देर रात हुए सड़क हादसे के बाद हजारीबाग सदर अस्पताल में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। हादसे में घायल युवक के परिजनों से इलाज के दौरान अस्पताल में तैनात एक पुलिसकर्मी द्वारा मारपीट किए जाने का मामला प्रकाश में आया है। इस मारपीट में दो लोग घायल हो गए, जिन्हें बेहतर इलाज के लिए शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एसबीएमसीएच) में भर्ती कराया गया है।
टोटो चालक ने पीछे से अनियंत्रित होकर टक्कर मारी
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार, कटकमदाग प्रखंड के अडरा गांव निवासी महेश प्रजापति सोमवार रात हजारीबाग से अपने घर लौट रहे थे। रास्ते में कूद ओवरब्रिज के पास उनकी बाइक अचानक पंचर हो गई। महेश सड़क किनारे बाइक रोककर उसे देख ही रहे थे कि उसी दौरान एक टोटो चालक ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी। हादसे में महेश गंभीर रूप से घायल हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से टोटो चालक ने घायल को तुरंत सदर अस्पताल पहुंचाया।
पुलिस ने किया लाठी चार्ज
अस्पताल पहुंचने के बाद महेश का प्राथमिक उपचार शुरू हुआ। इसी बीच सूचना मिलते ही उनके पुत्र अमर कुमार और भाई लालजी प्रजापति भी अस्पताल पहुंचे। उपचार की प्रक्रिया पूरी होते ही टोटो चालक वहां से भागने लगा। जब अमर कुमार ने उसे रोकने की कोशिश की, तो वहीं मौजूद पुलिस गार्ड ने आपा खो दिया और अमर से तीखी बहस के बाद लाठी चला दी।
अस्पताल परिसर में मचा अफरा तफरी
बीच-बचाव करने पहुंचे लालजी प्रजापति को भी पुलिसकर्मी ने पीट दिया। दोनों को गंभीर चोटें आई हैं। घटना के बाद सदर अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। अन्य मरीजों और परिजनों ने पुलिसकर्मी की इस हरकत का विरोध किया। घायलों को इलाज के लिए एसबीएमसीएच में भेजा गया है। वहीं, अमर कुमार और लालजी प्रजापति ने हजारीबाग पुलिस अधीक्षक को लिखित शिकायत देकर संबंधित पुलिसकर्मी पर कार्रवाई की मांग की है।
जांच रिपोर्ट के हिसाब से किया जएगा करवाई
इस संबंध में सदर अस्पताल के अधीक्षक ने कहा कि घटना की जानकारी मिली है। अस्पताल प्रशासन द्वारा पूरे मामले की जांच की जा रही है और जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने कहा कि अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर इस तरह की पुलिस की मनमानी से जनता में भय और आक्रोश दोनों बढ़ा है। लोगों ने दोषी पुलिसकर्मी के विरुद्ध तत्काल कठोर कदम उठाने की मांग की है।
