अब एक किलोवाट घरेलू कनेक्शन पर देने होंगे 4,525 रुपये  
1 min read

अब एक किलोवाट घरेलू कनेक्शन पर देने होंगे 4,525 रुपये  

 रिपोर्ट:रांची डेस्क 

जेबीवीएनएल ने लागू किया नया नियम, कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को देने होंगे 7,105 रुपये

रांची। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड (जेबीवीएनएल) ने उपभोक्ताओं के लिए बिजली कनेक्शन से जुड़ा नया नियम लागू कर दिया है। अब एक किलोवाट का नया घरेलू बिजली कनेक्शन लेने पर उपभोक्ताओं को कुल 4,525 रुपये जमा करने होंगे। निगम ने सभी एरिया बोर्डों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं।

कूल रकम 4,525 भुगतान करना होगा

नए नियम के तहत घरेलू उपभोक्ताओं को सिक्योरिटी डिपॉजिट के रूप में 3,950 रुपये जमा करने होंगे। इसके अलावा एप्लीकेशन फीस100 रुपये, मीटर टेस्टिंग फीस 100 रुपये और सर्विस कनेक्शन चार्ज 375 रुपये तय किए गए हैं। इन सभी मदों को मिलाकर उपभोक्ता को कुल 4,525 रुपये का भुगतान करना होगा।

जेबीवीएनएल अधिकारियों के अनुसार, यह व्यवस्था अब पूरे राज्य में लागू होगी और पुराने दरों को तत्काल प्रभाव से समाप्त कर दिया गया है। निगम ने कहा है कि सिक्योरिटी डिपॉजिट की राशि उपभोक्ता के मासिक बिजली बिल उपभोग के अनुसार समायोजित की जाती है, ताकि भविष्य में भुगतान में सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।

कॉमर्शियल उपभोक्ताओं के लिए बढ़ा खर्च

वहीं,कॉमर्शियल उपभोक्ताओं के लिए भी नया चार्ज लागू किया गया है। अब एक किलोवाट का नया कॉमर्शियल कनेक्शन लेने वालों को 7,105 रुपये जमा करने होंगे। इसमें सिक्योरिटी डिपॉजिट के रूप में 6,530 रुपये, एप्लीकेशन व मीटर टेस्टिंग फीस 100-100 रुपये तथा सर्विस कनेक्शन चार्ज 375 रुपये शामिल हैं।  

जेबीवीएनएल ने बताया कि विभिन्न किलोवाट क्षमता के कनेक्शनों के लिए सिक्योरिटी डिपॉजिट की राशि अलग-अलग होगी। निगम ने उपभोक्ताओं से अपील की है कि नया कनेक्शन लेने से पूर्व निर्धारित शुल्क की जानकारी स्थानीय बिजली कार्यालय से प्राप्त कर लें।

उपभोक्ताओं के हित में कदम

निगम का कहना है कि यह कदम बिजली आपूर्ति प्रणाली को अधिक पारदर्शी और वित्तीय रूप से सक्षम बनाने के लिए उठाया गया है। सिक्योरिटी डिपॉजिट से प्राप्त राशि नेटवर्क विस्तार, मीटरिंग सुधार और लाइन क्षति कम करने में सहायक होगी।  

वहीं उपभोक्ताओं का कहना है कि शुल्क में हुई यह वृद्धि आम लोगों पर अतिरिक्त बोझ डालेगी, खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां बिजली उपभोग कम होता है। निगम ने हालांकि स्पष्ट किया है कि यह जमा राशि ब्याज योग्य होगी और उपभोक्ता के नाम पर खाते में दर्ज रहेगी।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *