 
			झामुमो ने भाजपा नेताओं के खिलाफ किया प्रदर्शन, चाईबासा व सरायकेला में पुतला दहन
रिपोर्ट:रांची डेस्क
कोल्हान में भाजपा की ‘सुनियोजित साजिश’ के खिलाफ झामुमो का आक्रोश
चाईबासा/सरायकेला। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने गुरुवार को चाईबासा तथा सरायकेला में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा एवं गीता कोड़ा का पुतला दहन किया। इससे पहले चाईबासा के घंटाघर से झामुमो कार्यकर्ताओं ने भाजपा नेताओं की ‘शव यात्रा’ निकालकर पोस्ट ऑफिस चौक तक पहुंचे। वहाँ भाजपा नेताओं के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की गई तथा उनका विरोध जताया गया।
झामुमो जिलाध्यक्ष की हुंकार
पश्चिमी सिंहभूम झामुमो जिलाध्यक्ष सोनाराम देवगम ने कहा कि कोल्हान क्षेत्र के आदिवासी और मूलवासी भाजपा के बहकावे में बिल्कुल न आएं। उन्होंने साफ कहा कि हाल के दिनों में भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं के माध्यम से विधि व्यवस्था को भंग किया, जिससे पूरे कोल्हान में असंतोष और आक्रोश फैल गया है। यह स्थिति क्षेत्र की राजनीति में पहली बार दिखी है। झामुमो ने तय किया है कि कोल्हान की अस्मिता और अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष जारी रहेगा।
मुख्यमंत्री व मंत्री की प्रतिबद्धता
सोनाराम देवगम ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तथा मंत्री दीपक बिरुवा हमेशा से आदिवासियों और मूलवासियों के हितों के लिए पैरवी करते रहे हैं। उनकी संवेदनशील और स्पष्ट नीति के चलते कोल्हान की जनता में विश्वास कायम है।
भाजपा की ‘साजिश’ पर आरोप
झामुमो मुख्यालय के अनुसार, झामुमो कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने नो इंट्री व सड़क दुर्घटनाओं के मुद्दे को हथियार बनाकर मंत्री दीपक बिरुवा के खिलाफ आमलोगों को भड़काया। यह सब राज्य सरकार एवं मंत्री की छवि धूमिल करने तथा आगामी घाटशिला उपचुनाव में लाभ उठाने की साजिश के तहत किया गया। पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा पर भी करोड़ों रुपये के घोटाले में शामिल रहने का आरोप लगाया गया।
सैकड़ों कार्यकर्ता रहे शामिल
प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में झामुमो कार्यकर्ताओं व स्थानीय नागरिकों ने भाग लिया। झामुमो नेताओं ने भाजपा की ‘गंदी राजनीति’ का विरोध करते हुए कहा कि कोल्हानवासी किसी भी कीमत पर भाजपा की साजिश सफल नहीं होने देंगे। झामुमो ने आदिवासियों और मूलवासियों से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान दें और अपने अधिकारों के लिए एकजुट रहें।

 
			 
			