मोहनिया विधानसभा सीट से राजद प्रत्याशी श्वेता सुमन का नामांकन रद्द 
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मोहनिया विधानसभा सीट से राजद प्रत्याशी श्वेता सुमन का नामांकन रद्द 

रिपोर्ट:रांची डेस्क 

गलत जाति प्रमाणपत्र देने का आरोप साबित, निर्वाचन पदाधिकारी के समक्ष पेश होने के बाद बड़ा फैसला

मोहनिया (कैमूर) विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की प्रत्याशी श्वेता सुमन का नामांकन बुधवार को रद्द कर दिया गया। यह फैसला निर्वाचन पदाधिकारी ने उस समय सुनाया जब भाजपा की ओर से दर्ज शिकायत की सुनवाई पूरी कर ली गई। शिकायत में आरोप लगाया गया था कि श्वेता सुमन ने उत्तर प्रदेश से जारी जाति प्रमाणपत्र प्रस्तुत कर आरक्षण का लाभ लेने का प्रयास किया, जबकि उनका स्थायी निवास बिहार में है।  

निर्वाचन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, भाजपा कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग और जिला प्रशासन को लिखित शिकायत दी थी कि श्वेता सुमन द्वारा प्रस्तुत जाति प्रमाणपत्र वैध नहीं है और यह क्षेत्राधिकार से बाहर का दस्तावेज़ है। इस शिकायत के आधार पर निर्वाचन पदाधिकारी ने मामले की पड़ताल शुरू की थी और बुधवार को श्वेता सुमन को अपना पक्ष रखने के लिए कार्यालय में बुलाया गया था।

प्रमाणपत्र पर सवाल कायम

सुनवाई के दौरान श्वेता सुमन ने अपने दस्तावेज़ों और तर्कों के साथ अपना पक्ष रखा, लेकिन जांच में प्रमाणपत्र की वैधता पर सवाल कायम रहे। संबंधित अधिकारियों ने पाया कि प्रस्तुत प्रमाणपत्र उत्तर प्रदेश प्रशासन द्वारा जारी किया गया था, जबकि उम्मीदवार का निर्वाचन क्षेत्र बिहार की सीमा में है। नियमों के अनुसार, केवल राज्य के संबंधित अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति (SC/ST) प्रमाणपत्र ही मान्य होते हैं।

निर्वाचन पदाधिकारी ने तर्क-वितर्क सुनने के बाद कहा कि प्रस्तुत दस्तावेज़ निर्धारित मापदंडों पर खरे नहीं उतरते। निर्णय की घोषणा होते ही राजद प्रत्याशी श्वेता सुमन भावुक हो उठीं और निर्वाचन कार्यालय के चैंबर से निकलते हुए फूट-फूट कर रोने लगीं।  

श्वेता सुमन ने भाजपा को द्वेषपूर्ण कही

श्वेता सुमन ने इस निर्णय को “राजनीतिक साजिश” बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा की शिकायत पूरी तरह से द्वेषपूर् है और वे इस निर्णय के खिलाफ उच्च स्तर पर अपील करेंगी। राजद जिला अध्यक्ष ने भी इसे “लोकतांत्रिक अधिकारों पर प्रहार” करार दिया है और निर्वाचन प्रक्रिया की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं।

वहीं, भाजपा के स्थानीय नेताओं ने आयोग के निर्णय का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह फैसला चुनावी पारदर्शिता और वैधानिकता की दिशा में बड़ा कदम है।  

इस रद्दीकरण के बाद अब राजद को मोहनिया सीट पर नए प्रत्याशी के चयन की प्रक्रिया तेज करनी होगी, क्योंकि नामांकन वापसी और प्रतीक आवंटन की अंतिम तिथि निकट है। चुनावी समीकरणों पर इसका प्रभाव पड़ना तय माना जा रहा है।  

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