भोजपुरी स्टार पवन सिंह की सक्रिय राजनीति में एंट्री तय
1 min read

भोजपुरी स्टार पवन सिंह की सक्रिय राजनीति में एंट्री तय

रिपोर्ट रांची डेस्क••••••

अमित शाह और उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात ने बढ़ाई अटकलें  

भोजपुरी सुपरस्टार और गायक पवन सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। मंगलवार को उन्होंने रालोमो नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात कर न केवल आशीर्वाद लिया, बल्कि पुराने गिले-शिकवे भी दूर कर लिये। इसके बाद पवन सिंह ने देश के गृह मंत्री अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा से भी शिष्टाचार भेंट की।  

 

इस मुलाकात के दौरान भाजपा संगठन के कई बड़े नेता मौजूद रहे जिनमें राष्ट्रीय महासचिव विनोद तावड़े और पार्टी द्वारा शाहाबाद इलाके का प्रभारी बनाए गए रितुराज सिन्हा प्रमुख रहे। राजनीतिक हलकों में इसे लेकर चर्चा तेज हो गई है कि पवन सिंह का भाजपा में प्रवेश अब लगभग तय माना जा रहा है।  

पिछला चुनावी सफर  

लोकप्रिय गायक पवन सिंह ने 2024 के लोकसभा चुनाव में काराकाट संसदीय सीटों से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में मैदान में उतरकर सभी को चौंका दिया था। चुनावी नतीजों में उनका प्रदर्शन भी काफी दमदार रहा।  पवन सिंह को 2.74 लाख से अधिक वोट प्राप्त हुए और वे दूसरे स्थान पर रहे। एनडीए के उम्मीदवार और रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा को करीब 2.54 लाख वोट मिले। इस सीट पर भाकपा माले के प्रत्याशी राजाराम सिंह ने 3.80 लाख वोट पाकर जीत दर्ज की थी।  

हालाँकि, राजनीति में पहली बार किस्मत आजमा रहे पवन सिंह के पक्ष में भारी जनसमर्थन देखने को मिला। विश्लेषकों का मानना है कि यदि वे किसी दल के आधिकारिक उम्मीदवार होते तो तस्वीर बिल्कुल अलग हो सकती थी।  

बदलते समीकरण और संभावित रणनीति  

उपेंद्र कुशवाहा के साथ उनके रिश्तों में आई दरार को पीछे छोड़ इस बार की मुलाकात ने साफ संकेत दिया है कि दोनों नेता एकजुट होकर आगे की राजनीति की राह तय करना चाहते हैं। वहीं भाजपा भी आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र भोजपुरी क्षेत्र और युवाओं में व्यापक लोकप्रियता रखने वाले पवन सिंह को अपने पाले में लाने को लेकर उत्साहित है।  

पार्टी सूत्रों की मानें तो अमित शाह और जे.पी. नड्डा के साथ हुई पवन सिंह की मुलाकात सिर्फ औपचारिकता नहीं, बल्कि रणनीतिक कदम है। भाजपा चाहती है कि आगामी चुनाव में वह भोजपुरी सिनेमा और संगीत के बड़े नामों के सहारे प्रचार को और सशक्त बनाए।  

जनता की उम्मीदें  

काराकाट सहित आस-पास के क्षेत्रों में पवन सिंह को लेकर उत्साह ज़ाहिर किया जा रहा है। मतदाता मानते हैं कि भोजपुरी कलाकारों में सबसे बड़ी पहचान रखने वाले पवन सिंह यदि राजनीति में पूरी तरह सक्रिय होते हैं, तो स्थानीय मुद्दों की आवाज़ दिल्ली तक जोरदार तरीके से पहुंचा सकते हैं।  

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *