वृंदावन के प्रेम मंदिर के स्वरूप में सजा पंच मंदिर दुर्गा पूजा पंडाल
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
रांची, 30 सितम्बर। राजधानी रांची में दुर्गा पूजा को लेकर चारों ओर भक्ति और उत्सव का माहौल है। हरमुख स्थित पंच मंदिर दुर्गा पूजा समिति इस बार अपने अनोखे पंडाल से चर्चा का केंद्र बनी हुई है। समिति द्वारा तैयार पंडाल का स्वरूप वृंदावन के प्रसिद्ध प्रेम मंदिर पर आधारित है।
जैसे ही श्रद्धालु पंडाल के समीप पहुंचते हैं, बाहर की सज्जा उन्हें तुरंत बरबस आकर्षित करती है। पंडाल के बाहर भगवान श्रीकृष्ण की बाल लीला और यौवन अवस्था के जीवंत चित्रण को दर्शाया गया है। रंग-बिरंगी लाइटिंग और खूबसूरत कलाकारी से सजे इन दृश्यों के सामने लोग रुककर तस्वीरें खींचते नजर आते हैं।
नकाशी और थर्माकोल लाइटिंग बनी प्रमुख आकर्षण
पंडाल के भीतर प्रवेश करने पर इसकी भव्यता और अधिक मन मोह लेती है। अंदर की सूक्ष्म नक्काशी, थर्माकोल से तैयार आकृतियां तथा विशेष लाइटिंग इसे देखते ही देखते सजीव अनुभव कराती हैं। श्रद्धालु बताते हैं कि पंडाल के अंदर का माहौल भक्ति और प्रेम का अद्भुत संगम प्रस्तुत करता है।
समिति का उद्देश्य
पंडाल समिति के अध्यक्ष मनोज पांडे ने बताया कि इस बार का मुख्य उद्देश्य श्रद्धालुओं के मन और जीवन में प्रेम का संचार करना है। उन्होंने कहा,
समाज में जिस प्रकार आपसी कटुता और तनाव देखने को मिल रहा है, ऐसे समय में हम सभी के हृदय में सच्चे प्रेम और भक्ति का भाव भरना चाहते हैं। यही इस पूजा का असली संदेश है।”
श्रद्धालुओं में उत्साह
पंडाल में उमड़ रही भीड़ से स्पष्ट है कि समिति का यह प्रयास सफल हो रहा है। स्थानीय लोगों से लेकर बाहर से आए श्रद्धालु तक इस अनोखे स्वरूप को देखने के लिए उत्सुक हैं। खासकर शाम के समय जब पंडाल रंग-बिरंगी रोशनी से जगमगाता है तो इसकी सुंदरता देखते ही बनती है।
श्रद्धालुओं का कहना है कि यह पंडाल न केवल पूजा-अर्चना का केंद्र है बल्कि उन्हें वृंदावन की दिव्य अनुभूति भी करा रहा है।
सुरक्षा और व्यवस्था
समिति द्वारा सुरक्षा और श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतजाम किए गए हैं। पंडाल परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और स्वयंसेवक भीड़ प्रबंधन में लगे हैं, ताकि श्रद्धालु सुरक्षित और सहज वातावरण में मां दुर्गा का दर्शन कर सकें।
यह पंडाल इस वर्ष राजधानी रांची के प्रमुख आकर्षणों में गिना जा रहा है और दुर्गोत्सव के दौरान हजारों श्रद्धालु यहां पहुंचने की उम्मीद है।
