नवरात्र के आज सप्तमीतथि पर गंगा पूजा
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
नवरात्रि में गंगा पूजा का महत्व और आयोजन
आज 29 सितंबर 2025 को नवरात्रि की सप्तमी तिथि है, जो दोपहर 12:26 बजे तक रहेगी, उसके बाद अष्टमी तिथि प्रारंभ हो जाएगी। नवरात्रि के दौऱान श्रद्धालु माता दुर्गा की पूजा के साथ जल देवता गंगा की भी विशेष आराधना करते हैं।
वर्ष 2025 में नवरात्रि का शुभ पर्व 22 सितंबर से प्रारंभ हुआ है और इसका समापन 2 अक्टूबर को विजयादशमी से होगा। गंगा पूजा इस पावन पर्व का एक महत्वपूर्ण अंग है, जिसमें नदियों, तालाबों या अन्य जल स्रोतों के किनारे श्रद्धालु गंगा माता का पूजन करते हैं। यह पूजा जल के पवित्रिकरण के साथ-साथ आध्यात्मिक शुद्धि का प्रतीक भी है।
स्वर्णरेखा नदी मे की गई गंगा पूजा

रांची में सिंह मोड़ ओवरिया रोड पर स्थित हनुमान मंदिर दुर्गा पूजा समिति ने भी स्वर्णरेखा नदी के किनारे विधि-विधान से गंगा पूजा का आयोजन किया। यह पूजा श्रद्धालुओं को पापमोचन और जीवन की उन्नति का आशीर्वाद प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है।
गंगा पूजा का सांस्कृतिक महत्व
गंगा पूजा के दौरान जल में हवन सामग्री डाली जाती है और विशेष मंत्रों के साथ गंगा जल का अर्पण किया जाता है। मान्यता है कि इससे समस्त कष्ट, पाप और विघ्न दूर होते हैं तथा जीवन में सुख-समृद्धि आती है।
नवरात्रि में गंगा पूजा का धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय महत्व भी है। यह जल स्रोतों की पवित्रता बनाए रखने का माध्यम भी है, जो जीवन के लिए आवश्यक हैं।
इस प्रकार गंगा पूजा नवरात्रि के पावन पर्व में शुद्धता, श्रद्धा और समृद्धि का एक सशक्त अभिन्न हिस्सा हैं
