आदित्यपुर एस टाइप मैदान के दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन द्वारा की गई
रिपोर्ट:-रांची डेस्क•••••••
सरायकेला-खरसावां जिले के आदित्यपुर एस-टाइप मैदान में इस वर्ष भव्य दुर्गा पूजा पंडाल का उद्घाटन गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने किया। इस अवसर पर क्षेत्रवासियों में खासा उत्साह देखा गया और कार्यक्रम में हजारों की संख्या में श्रद्धालु व स्थानीय लोग शामिल हुए।
इस्कॉन मंदिर की झलक दिखाता पंडाल
दुर्गा पूजा आयोजन समिति ने इस वर्ष पश्चिम बंगाल के मायापुर स्थित प्रसिद्ध इस्कॉन मंदिर की आकृति पर आधारित पंडाल तैयार कराया है। विशाल आकार और सूक्ष्म कला-कौशल से सुसज्जित यह पंडाल श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का विशेष केंद्र बना हुआ है। रंग-बिरंगी रोशनियों, नक्काशीदार सजावट और भव्य आभा से सुसज्जित यह पंडाल मानो मायापुर मंदिर की झलक प्रस्तुत कर रहा हो।
पंडाल के साथ ही मां दुर्गा की प्रतिमा को भी भव्य रूप से सजाया गया है। विविध फूलों, पारंपरिक आलेखन और समर्पित कारीगरी से निर्मित मूर्ति दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर रही है।
उद्घाटन समारोह में उमड़ा जनसैलाब
उद्घाटन समारोह के दौरान मैदान में भारी भीड़ जमा हुई। महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग उत्साहपूर्वक पंडाल का अवलोकन करने पहुंचे। जैसे-जैसे शाम ढली, पंडाल की चमक बढ़ती गई और वातावरण भक्तिमय भक्ति गीतों और मंत्रोच्चार से गूंज उठा। आयोजन समिति के सदस्यों ने पूर्व मुख्यमंत्री का पारंपरिक ढंग से स्वागत किया और उन्हें स्मृति चिन्ह भी भेंट किया।
चंपई सोरेन ने दी शुभकामनाएं
उद्घाटन के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने मां दुर्गा की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलित कर पूजा-अर्चना की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि मां दुर्गा शक्ति और संरक्षण की प्रतीक हैं। उन्हीं की आशीष से समाज में शांति, समृद्धि और विकास संभव है। उन्होंने प्रदेश और देशवासियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए सभी को दुर्गा पूजा की शुभकामनाएं दीं।
चंपई सोरेन ने कहा,मां दुर्गा का आशीर्वाद हमें हर कठिनाई से उबरने की ताकत देता है। उनकी उपासना से न केवल व्यक्तिगत जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आता है बल्कि पूरे समाज और राष्ट्र की प्रगति का मार्ग भी प्रशस्त होता है।
पूजा में सुरक्षा और व्यवस्थाएं
इस बार आयोजन समिति ने सुरक्षा और व्यवस्था पर विशेष ध्यान दिया है। मैदान में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, साथ ही पुलिस और स्वयंसेवक लगातार निगरानी रखे हुए हैं। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए रूट मैप, मेडिकल व्यवस्था और पार्किंग की समुचित व्यवस्था की गई है।
आदित्यपुर का यह दुर्गा पंडाल न केवल क्षेत्र के लिए बल्कि पूरे जिले के लिए खास आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। आने वाले दिनों में यहां श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ में और अधिक वृद्धि होने की संभावना है।
