प्राध्यापकों एवं दंत चिकित्सकों को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के द्वारा मिला नियुक्ति पत्र
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
रांची प्रोजेक्ट भवन से आज झारखंड की युवा पीढ़ी और स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए बड़ा कदम उठाया गया। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी की मौजूदगी में जेपीएससी द्वारा चयनित सहायक प्राध्यापकों, दंत चिकित्सकों एवं एनएचएम के अंतर्गत संविदा आधारित चिकित्सा पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए।
नियुक्ति पत्र वितरण समारोह
प्रोजेक्ट भवन के विशाल सभागार में आयोजित इस समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का उद्देश्य है *योग्यतम युवाओं को अवसर देना और चिकित्सा व शिक्षा व्यवस्था को और मजबूत करना*। उन्होंने बताया कि इन नियुक्तियों से न केवल उच्च शिक्षा संस्थानों को सशक्त किया जाएगा बल्कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी तेजी आएगी।
किन पदों पर हुई नियुक्ति
सहायक प्राध्यापक (Assistant Professor) झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) द्वारा चयनित उम्मीदवारों को विभिन्न विषयों में पदस्थापना मिलेगी।
दंत चिकित्सक (Dentist) राज्य के सरकारी अस्पतालों एवं जिला स्तर पर दंत स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए दंत चिकित्सक नियुक्त किए गए।
संविदा आधारित चिकित्सा पदाधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (NHM) से चयनित डॉक्टर्स को ग्रामीण इलाकों सहित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थापित किया जाएगा। मुख्यमंत्री का संबोधन
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नियुक्ति पत्र सौंपते हुए कहा:
– झारखंड सरकार लगातार शिक्षा और स्वास्थ्य में सुधार के लिए प्रयासरत है।
– युवाओं के लिए नए अवसर खोलने की दिशा में यह पहल मील का पत्थर साबित होगी।
– शिक्षा संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण अध्यापन और स्वास्थ्य सेवाओं में बेहतर देखभाल अब अधिक सुगम होगी।
स्वास्थ्य मंत्री का वक्तव्य
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने कहा कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में चिकित्सा ढांचे को सशक्त करने के लिए ये नियुक्तियां बेहद अहम हैं। उन्होंने कहा कि राज्य की जनता को अब और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराई जा सकेंगी।
मौके पर उमंग और उत्साह
नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले युवा सहायक प्राध्यापक और चिकित्सक बेहद उत्साहित नजर आए। कई चयनित उम्मीदवारों ने कहा कि राज्य सरकार के इस कदम से उनकी वर्षों पुरानी मेहनत रंग लाई है और अब वे समाज को शिक्षा और स्वास्थ्य के माध्यम से सेवा देने के लिए तैयार हैं।
भविष्य की दिशा
कार्यक्रम में बताया गया कि आने वाले महीनों में भी विभिन्न आयोगों द्वारा चयनित पदाधिकारियों की नियुक्ति प्रक्रिया जारी रहेगी। सरकार का लक्ष्य है कि खाली पदों को भरकर शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाना।
