डिमना लेक में डूबने से युवक की मौत: सुरक्षा व्यवस्था पर फिर उठे सवाल
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डिमना लेक में डूबने से युवक की मौत: सुरक्षा व्यवस्था पर फिर उठे सवाल

रिपोर्ट रची डेस्क••••••

जमशेदपुर के नज़दीकी चर्चित पर्यटन स्थल और पिकनिक स्पॉट डिमना लेक में एक बार फिर दर्दनाक हादसा सामने आया है। गुरुवार दोपहर लगभग 12 बजे लेक में नहाने उतरे एक युवक की डूबने से मौत हो गई। मृतक की पहचान गिरिडीह निवासी 21 वर्षीय कृष्णा राणा के रूप में हुई है।

दोस्तों के साथ घूमने आया था युवक

जानकारी के मुताबिक कृष्णा राणा अपने आठ दोस्तों के साथ डिमना लेक घूमने आया था। सभी युवक बढ़ई (कारपेंटर) का काम करते हैं और पिकनिक के लिए वहां पहुंचे थे। नौ दोस्तों में से छह ने पानी में उतरकर नहाना शुरू किया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक शुरुआत में सभी सामान्य रूप से नहा रहे थे, लेकिन जब कृष्णा राणा सबसे आखिर में पानी में उतरा तो अचानक गहरे हिस्से में चला गया और डूबने लगा।

दोस्तों ने की कोशिश, लेकिन नाकाफी साबित हुई

कृष्णा के डूबते ही उसके दोस्तों ने तुरंत बचाने की कोशिश की। लेकिन पानी गहरा होने और तैरना न जानने के कारण वे सफल नहीं हो सके और खुद किसी तरह किनारे लौट आए। इसके बाद युवकों ने घटना की सूचना स्थानीय लोगों और पुलिस को दी।

मछुआरों ने निकाला शव

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय मछुआरे मौके पर पहुंचे। उन्होंने नाव और जाल की मदद से खोजबीन शुरू की और काफी मशक्कत के बाद कृष्णा राणा के शव को पानी से बाहर निकाला। मौके पर मौजूद ग्रामीणों और दोस्तों का कहना है कि अगर समय पर बचाव दल और उपकरण मौजूद रहते, तो युवक की जान बचाई जा सकती थी।

डिमना लेक हादसों का इतिहास

यह पहली बार नहीं है जब डिमना झील में किसी पर्यटक या युवक की डूबने से मौत हुई हो। इससे पहले भी यहां कई दर्दनाक हादसे घट चुके हैं। बार-बार होने वाले हादसों के बावजूद झील क्षेत्र में सुरक्षा के पर्याप्त इंतज़ाम अब तक नहीं किए गए हैं।

स्थायी रूप से लाइफगार्ड की तैनाती नहीं है

चेतावनी बोर्ड और बैरिकेडिंग का अभाव है

आपात स्थिति में बचाव उपकरण और टीम उपलब्ध नहीं रहती

प्रशासन और सुरक्षा उपायों पर सवाल

हर बार हादसे के बाद प्रशासन केवल खानापूर्ति करता है, लेकिन ठोस सुरक्षा कदम नहीं उठाए जाते। स्थानीय लोग और पर्यटक लगातार मांग करते रहे हैं कि डिमना लेक जैसे लोकप्रिय स्थल पर पुख्ता सुरक्षा इंतज़ाम किए जाएं।

अब एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि आखिर कब तक डिमना लेक असुरक्षित बना रहेगा और कब तक पर्यटकों की जान इस तरह हादसों की भेंट चढ़ती रहेगी।

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