रांची में बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में निकल गई आक्रोश रैली
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
रांची नगर में गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी महानगर इकाई के बैनर तले एक आक्रोश प्रदर्शन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह रैली जिला स्कूल प्रांगण से शुरू होकर उपायुक्त कार्यालय तक पहुँची, जहां भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राज्य सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की।
विरोध के मुद्दे
इस आक्रोश प्रदर्शन का मुख्य केंद्र बिंदु आदिवासी नेता सूर्या हांसदा की कथित फर्जी मुठभेड़ और नगड़ी क्षेत्र में रिम्स-2 के नाम पर आदिवासी रैयतों की ज़मीन अधिग्रहण की साजिश बताया गया। भाजपा नेताओं ने कहा कि मौजूदा सरकार आदिवासी हितों की अनदेखी कर रही है और असली मुद्दों से जनता का ध्यान भटकाने में जुटी है।
नेताओं की मौजूदगी

आक्रोश कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी, रांची के विधायक व पूर्व मंत्री सी.पी. सिंह, साथ ही जिला एवं महानगर के वरिष्ठ पदाधिकारी तथा बड़ी संख्या में महिला-पुरुष कार्यकर्ता शामिल रहे। प्रदर्शन स्थलों पर कार्यकर्ताओं ने हाथों में भाजपा का झंडा लेकर सरकार के खिलाफ “हेमंत सोरेन हय हय” जैसे नारे लगाए।
बाबूलाल मरांडी का बयान
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने मौके पर कहा कि झारखंड की मौजूदा सरकार आदिवासियों के अधिकारों और हितों की रक्षा करने में विफल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि रिम्स-2 के नाम पर नगड़ी क्षेत्र के मूल निवासी आदिवासियों से जबरन भूमि हथियाई जा रही है। वहीं सूर्य हांसदा मामले को राज्य प्रशासन द्वारा गंभीरता से न लेने पर भी उन्होंने कड़ा सवाल उठाया बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा हमेशा आदिवासी समाज की आवाज़ बनकर खड़ी रही है और सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ संघर्ष जारी रहेगा।
प्रदर्शन का स्वरूप
उपस्थित कार्यकर्ताओं ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना दिया और राज्य सरकार की नीतियों को किसानों और आदिवासियों के लिए हानिकारक बताया। प्रदर्शन स्थल पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी।
