तिरंगे में लिपटे शहीद नीरज चौधरी को दी गई भावभीनी श्रद्धांजलि
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
देवघर। देश की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए शहीद नीरज चौधरी का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके पैतृक गांव कजरा पहुंचा। जैसे ही आर्मी की टीम रामगढ़ छावनी से उनका शव लेकर मधुपुर पहुंची, वहां हजारों की संख्या में युवा हाथों में तिरंगा लिए मौजूद रहे। शहीद की अंतिम यात्रा में “भारत माता की जय” और “नीरज चौधरी अमर रहें” के नारों से माहौल गूंज उठा।
गमगीन माहौल में घर पहुंचा पार्थिव शरीर
सबसे पहले शहीद का पार्थिव शरीर उनके घर ले जाया गया। यहां का दृश्य बेहद मार्मिक रहा। घर के आंगन में हर किसी की आंखें नम थीं, मां और अन्य परिजन रो-रोकर बार-बार बेसुध हो जा रहे थे। ग्रामीणों ने बताया कि नीरज चौधरी का स्वभाव बहुत ही सरल और मिलनसार था, उनकी यादें आज हर किसी की आंखें नम कर रही हैं।
आर्मी द्वारा दी गई अंतिम सलामी

इसके बाद शवयात्रा को पत्रों नदी घाट की ओर ले जाया गया, जहां हजारों ग्रामीणों के अलावा सेना के अधिकारी व जवान भी मौजूद रहे। घाट पर पूरी सैन्य परंपरा के साथ शहीद को अंतिम सलामी दी गई। इस दौरान सेना के कमांडेंट ने कहा कि आज देश अपने वीर सपूत को खो बैठा है, लेकिन गर्व भी है कि नीरज चौधरी ने मातृभूमि के लिए अपने प्राण न्यौछावर किए।
तिरंगे को परिजन को सौंपा गया
अंतिम सलामी के बाद सेना की ओर से राष्ट्रीय ध्वज उनके परिजनों को सौंपा गया। घाट का पूरा वातावरण शहीद के जयकारों से गूंज उठा। हर हाथ में तिरंगा लहराता नजर आया। आसमान में भारत माता की जय से लेकर अमर शहीद नीरज चौधरी के नारे लगातार गूंजते रहे।
अंतिम संस्कार की प्रक्रिया
अंततः परिजनों द्वारा पत्रों नदी घाट पर शहीद नीरज चौधरी का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हजारों लोगों ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी। ग्रामीणों का कहना है कि आज उन्होंने अपने गांव का ‘लाल’ खो दिया है, लेकिन देश को ऐसा जांबाज सपूत जिसने अपनी जान कुर्बान कर देश की रक्षा की, उस पर हर किसी को गर्व है।
