पेसा कानून और बालू घोटाले को लेकर रघुवर दास ने झारखंड सरकार को घेरा
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं बीजेपी के वरिष्ठ नेता रघुवर दास ने बुधवार को राजधानी रांची स्थित भाजपा प्रदेश कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन कर राज्य की कांग्रेस–झामुमो गठबंधन सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने पेसा कानून, अवैध बालू खनन, दलित-आदिवासी हितों और नगर निकाय चुनाव से जुड़े कई मुद्दों पर सरकार को घेरा
मौजूदा सरकार क्यों नहीं पेसा कानून लागू होने दे रहा
रघुवर दास ने कहा कि मौजूदा सरकार पेसा कानून को लागू ही नहीं करना चाहती। इस कानून में दिए गए विशेष प्रावधानों से राज्य के आदिवासी परिवारों को बड़ा लाभ मिल सकता था, मगर सरकार जान-बूझकर इसे रोक रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि झामुमो-कांग्रेस गठबंधन आदिवासी समाज को उनके अधिकारों से वंचित कर रहा है। यदि पेसा कानून लागू होता है तो 1400 करोड़ रुपया भी आएगा पर यह सरकार नहीं होने देना चाहती बीजेपी नेता ने बालू की अवैध कालाबाजारी का मुद्दा भी जोरदार ढंग से उठाया। उन्होंने कहा कि पिछले छह वर्षों से राज्य सरकार की मिलीभगत से बालू का अवैध दोहन हो रहा है, जिससे राज्य को हजारों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने मांग की कि बालू घोटाले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके।
दलितों पर भी चिंता जताई
पूर्व मुख्यमंत्री ने दलितों की स्थिति पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि झारखंड में दलित समाज की दशा आदिम जनजातियों से भी बदतर हो चुकी है। नगर निकाय चुनाव नहीं कराए जाने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि इससे दलित और कमजोर तबकों को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है।
रघुवरदास ने कहा की मौजूदा सरकार भ्रष्ट सरकार है
पत्रकार वार्ता में रघुवर दास ने जोर देकर कहा कि वर्तमान सरकार केवल भ्रष्टाचार और राजनीतिक स्वार्थ में जुटी है, जनता इससे मुक्ति चाहती है। उन्होंने भरोसा जताया कि आने वाले समय में बीजेपी राज्य की जनता की आवाज बनेगी और आदिवासी-दलित हितों की रक्षा सुनिश्चित करेगी।
