ओरमांझी के चिड़ियाघर में मिष्टी कि मौत
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ओरमांझी के चिड़ियाघर में मिष्टी कि मौत

 

रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••

राजधानी रांची के ओरमांझी स्थित भगवान बिरसा मुंडा जैविक उद्यान के लिए 8 अगस्त 2025 को पश्चिम बंगाल के अलीपुर चिड़ियाघर से पहली बार एक जोड़ी जिराफ लाई गई थी। इन जिराफों में से मिष्टी केवल 6 साल की थी और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गई थी। लेकिन अभी एक माह भी नहीं बीता और बुधवार देर रात मिष्टी अपने बाड़े में अचानक फिसलकर गिर गई, जिससे गंभीर चोट आ गई। चिड़ियाघर प्रबंधन ने तुरंत पशु चिकित्सकों की टीम बुलवाई और गुरुवार को मिष्टी का पोस्टमार्टम कराया गया। विशेषज्ञों ने मौत के सही कारण की जांच के लिए उसके अंगों के नमूने रांची पशु चिकित्सा महाविद्यालय भेजे हैं।

कितनी साल की थी?

मिष्टी सिर्फ 6 साल की थी, जबकि चिड़ियाघर में जिराफ का औसत जीवनकाल करीब 19–20 साल होता है

मिष्टी की मृत्यु से जैविक उद्यान में मायूसी और निराशा का माहौल है, क्योंकि यह जिराफ बच्चों और पर्यटकों के लिए बड़ा आकर्षण थी। चिड़ियाघर प्रबंधन और वन विभाग अब विस्तृत रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं, ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से बचा जा सके।

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