 
			अब डिलीवरी बॉय को करवाना होगा पुलिस वेरीफिकेशन
रिपोर्ट:- रांची डेस्क••••••
रांची में डिलीवरी बॉय के लिए पुलिस वेरिफिकेशन अनिवार्य किया गया है ताकि शहर में बढ़ती आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाई जा सके और आमजन की सुरक्षा को मजबूत किया जा सके। हाल के दिनों में कुछ आपराधिक मामलों में डिलीवरी बॉय की संलिप्तता या पहचान छिपाकर अपराध करने की घटनाएं सामने आई थीं इसीलिए यह कदम उठाया गया है।
पुलिस वेरिफिकेशन की जरूरत क्यों?

कुछ अपराधी खुद को डिलीवरी बॉय बताकर घरों की रेकी या चोरी जैसी वारदातों को अंजाम दे रहे थे।डिलीवरी ब्वॉय के रूप में छुपकर कई स्थानों पर आपराधिक गतिविधियां और चोरी करने के मामले बढ़े हैं।पुलिस को कई घटनाओं में ऐसे गिरोह मिले जो चोरी या डकैती के लिए डिलीवरी बॉय की यूनिफॉर्म का इस्तेमाल करते थे।
वेरिफिकेशन से क्या फायदा होगा?
हर डिलीवरी बॉय का क्रिमिनल रिकॉर्ड, असली पहचान, और स्थायी पता पुलिस के पास रहेगा, जिससे संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखना आसान होगा।अगर कोई अपराध करता है या जनता को धोखा देता है तो उसकी पहचान शीघ्र सामने आ जाएगी और कार्रवाई आसान होगी।आम जनता को डोर-स्टेप डिलीवरी पर बेहतर सुरक्षा मिलेगी तथा फर्जी या संदिग्ध व्यक्ति की पहचान पहले ही हो जाएगी।
वेरीफिकेशन में क्या-क्या चेक किया जाएगा?

पहचान पत्र (आधार, वोटर कार्ड), एड्रेस प्रूफ, और चरित्र प्रमाण पत्र।क्रिमिनल/कोर्ट रिकॉर्ड्स चेक किए जाएंगे और पता सत्यापन भी किया जाएगा।डिलीवरी कंपनियों को नए-पुराने सभी डिलीवरी ब्वॉय के लिए संबंधित थाने में आवेदन देना होगा।
पहले क्या गड़बड़ कर रहे थे डिलीवरी बॉय?
हालिया केसों में चोर गिरोह डिलीवरी बॉय की आड़ में घरों की रेकी करते और सुनसान घरों में चोरी कर लेते थे।डिलीवरी प्रोसेस की आड़ में आपराधिक प्रवृति वालों का इस्तेमाल कंपनियां बिना जांच के कर रही थीं, जिससे बदमाश आसानी से वारदात करके भाग निकलते थे।
आम आदमी को क्या फायदा?

आर्डर देने वाले लोगों को पता होगा कि उनके डिलीवरी पर आने वाला व्यक्ति पुलिस वेरिफाइड है।किसी भी धोखाधड़ी या आपराधिक वारदात के बाद जांच-पड़ताल तेजी से होगी और दोषी तक पुलिस आसानी से पहुंचेगी।बेहतर सुरक्षा और विश्वास का माहौल बनेगा, जिससे लोग निडर होकर घर पर सामान मंगवा सकेंगे।

 
			 
			