“रिनपास ने पूरे किए 100 वर्ष, सीएम हेमंत सोरेन और केंद्रीय मंत्री संजय सेठ रहे शामिल”
रिपोर्ट:- रांची डेस्क••••••
झारखंड सरकार के मानसिक स्वास्थ्य संस्थान रांची तंत्रिका मनोचिकित्सा एवं संबद्ध विज्ञान संस्थान (रिनपास) ने आज अपनी स्थापना के 100 वर्ष पूरे कर लिए हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर भव्य शताब्दी वर्ष समारोह का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि में रहे

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, विशिष्ट अतिथि के तौर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, राज्य के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी, और कांके विधायक सुरेश कुमार बैठा मौजूद रहे।
1925 में हुआ था स्थापना

यह संस्थान चार सितंबर 1925 को रांची के कांके में इंडियन मेंटल हॉस्पिटल के नाम से स्थापित किया गया था। आज़ादी के पूर्व ही इसे खासतौर पर भारतीय लोगों के लिए शुरू किया गया था। शुरूआती दौर में यह केवल एक अस्पताल था, लेकिन वर्षों में यह पूर्वी भारत का सबसे बड़ा और प्रतिष्ठित मानसिक स्वास्थ्य संस्थान बन गया।
आज रिनपास न सिर्फ झारखंड बल्कि पूरे पूर्वी भारत में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं का बड़ा केंद्र है। यहां से हर साल हजारों मरीज लाभान्वित होते हैं। शताब्दी समारोह के मौके पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि रिनपास ने राज्य ही नहीं, पूरे देश को मानसिक स्वास्थ्य देखभाल की दिशा दिखाई है और आने वाले समय में सरकार इसकी सुविधाओं को और आधुनिक बनाने के प्रयास करेगी।
सुपर स्पेशलिस्ट होगा रिनपास

उधर, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. इरफान अंसारी ने घोषणा की कि आने वाले वर्षों में संस्थान को सुपर-स्पेशलिटी केंद्र के रूप में विकसित करने की योजना है ताकि मानसिक स्वास्थ्य की चुनौती झेल रहे अधिक से अधिक लोगों तक उपचार पहुंच सके।
रिनपास की शताब्दी पर आज रांची ने एक ऐतिहासिक पल देखा – 1925 से शुरू हुई यह यात्रा अब मानसिक स्वास्थ्य सेवा की सदी पूरी कर चुकी है।
