
मोदी और पुतिन ने लिमोजिन कार में की 45 मिनट तक बात
रिपोर्ट:-राची डेस्क••••••
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) शिखर सम्मेलन के दौरान रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से महत्वपूर्ण द्विपक्षीय बैठक की। इस मुलाकात में पुतिन ने मोदी का लगभग 10 मिनट इंतजार किया और दोनों ने एक ही ऑरस लिमोजिन कार में यात्रा करते हुए लगभग 45 मिनट तक गहन चर्चा की। दोनों नेताओं ने अपने बहुआयामी और विशेष रणनीतिक साझेदारी पर जोर दिया और कई महत्वपूर्ण वैश्विक व क्षेत्रीय मुद्दों पर विचार-विमर्श किया।
प्रिय मित्र कहकर संबोधित किया पुतीन ने मोदी को
‘महामहिम प्रधानमंत्री जी’ कहकर और प्रिय मित्र बोलकर संबोधित किया और भारत-रूस के बीच 15 वर्षों के “विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी” की बात कही। उन्होंने कहा कि यह रिश्ता कई दशकों से मजबूत और भरोसेमंद रहा है। मोदी ने कहा कि 1.4 अरब भारतीय 23वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए दिसंबर में पुतिन के भारत आगमन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
आर्थिक स्थिति की मजबूत करने पर भी बातें हुई
दोनों नेताओं ने आर्थिक, ऊर्जा, सुरक्षा, उर्वरक और अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग को और मजबूत करने पर सहमति जताई। साथ ही, उन्होंने यूक्रेन संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत की पहल और प्रयासों का समर्थन किया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सभी पक्षों को इस संघर्ष को समाप्त करने और स्थायी शांति स्थापित करने के लिए रचनात्मक रूप से आगे बढ़ना चाहिए। इस बैठक से भारत-रूस संबंधों को एक महत्वपूर्ण बढ़ावा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
मजबूत संकेत होगी पुतिन की भारत यात्रा
यह माना जा रहा है कि इस दोस्ताना और भरोसेमंद रिश्ता वैश्विक तथा क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी महत्वपूर्ण है। पुतिन की दिसंबर में भारत यात्रा को दोनों देशों के साझेदारी को लेकर एक मजबूत संकेत माना जा रहा है।
इस प्रकार, पीएम मोदी की चीन यात्रा के दौरान पुतिन से हुई यह मुलाकात भारत-रूस के मजबूत संबंधों और आगामी दिसंबर में पुतिन के भारत दौरे के साथ नई उम्मीदों को लेकर महत्वपूर्ण सिद्ध हुई है।