
नहीं जुड़ पा रही है नेपाल से आई बहू का नाम वोटर लिस्ट में
रिपोर्ट:- रांची टेस्ट••••••
नेपाल से भारत आकर बसी बहुओं का नाम अब वोटर लिस्ट में जोड़ना पहले के मुकाबले कठिन हो गया है। पहले सिर्फ शादी, निवास और पहचान के दस्तावेज़ से काम चल जाता था, लेकिन 2025 की नई गाइडलाइन के बाद अब भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र ज़रूरी कर दिया गया है।
* 2025 से पहले की प्रक्रिया
पहले नेपाल से शादी कर आई महिलाएं वोटर लिस्ट में नाम जोड़ने के लिए केवल निवास प्रमाण, विवाह प्रमाण और पति के भारतीय नागरिक होने के प्रमाण से आवेदन कर सकती थीं।
बीएलओ (बूथ लेवल ऑफिसर) घर आकर सत्यापन करते थे और साधारण दस्तावेज़ों जैसे राशन कार्ड, आधार, बैंक पासबुक, विवाह प्रमाणपत्र से काम चल जाता था।
* 2025 का प्रक्रिया
अब इन महिलाओं के लिए भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र देना अनिवार्य है, भले ही वह सालों से भारत में रह रही हों।
• आवेदन ऑनलाइन या फॉर्म 6 ऑफलाइन से किया जाता है।
सभी दस्तावेज़ों का प्रमाण और कड़ी जाँच होती है। कई जगहों पर इन बहुओं को नोटिस भी मिल रहे हैं।
* जरूरी दस्तावेज
भारतीय नागरिकता प्रमाणपत्र – सबसे ज़रूरी नेपाल से आई महिलाओं को अनिवार्य किया गया है।
पति का भारत का वोटर कार्ड और पहचान प्रमाण
विवाह प्रमाणपत्र
निवास प्रमाणपत्र जैसे बिजली बिल, बैंक पासबुक, राशन कार्ड, आदि)।
उम्र का प्रमाण (आधार कार्ड, मैट्रिक सर्टिफिकेट, आदि)।
आवेदन की प्रक्रिया (संक्षिप्त स्टेप्स)
ऑनलाइन या क्षेत्रीय निर्वाचन कार्यालय में फॉर्म 6 भरें।
उपर्युक्त सभी दस्तावेज़ संलग्न करें।
सभी दस्तावेज़ मूल और फ़ोटोकॉपी दोनों रखें।
आवेदन के बाद बीएलओ वेरीफिकेशन के लिए घर आएंगे।
दस्तावेज़ जांच के बाद ही नाम जुड़ेगा, नागरिकता प्रमाणपत्र न हो तो नाम नहीं जुड़ेगा।
* कुछ जानकारियां
अब किसी भी महिला को सिर्फ शादी से भारतीय नागरिक का अधिकार नहीं मिलता, नागरिकता प्रक्रिया अलग से पूरी करनी होती है।
कई महिलाओं का नाम पुराने नियम से जुड़ चुका है, लेकिन नई गाइडलाइन में फिर से जांच हो रही है।
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इस वजह से नेपाल से आई बहुओं का नाम जुड़ना अब मुश्किल हो गया है और विवाद की स्थिति भी बनी हुई है।