
जम्मू-कश्मीर में 115 साल का रिकॉर्ड टूटा
रिपोर्ट:- रांची डेस्क
श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश ने तबाही मचा दी है। मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में जम्मू क्षेत्र में 380 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसने पिछले 115 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। इस भीषण बारिश से राज्य में अलग-अलग इलाकों में भूस्खलन और हादसों का सिलसिला जारी है। अब तक 41 लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग लापता बताए जा रहे हैं।
* दूरसंचार की व्यवस्था हुई ठप
लगातार मूसलधार बारिश और भूस्खलन के कारण सड़क और संचार सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई हैं। मोबाइल नेटवर्क और इंटरनेट सेवाएं 22 घंटे तक बाधित रहीं, जिससे राहत और बचाव कार्य भी प्रभावित हुए। कई जिलों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है और लोग अंधेरे में रात गुजारने को मजबूर हुए।
* अपनों को ढूंढते निगाहें
बारिश और भूस्खलन से मची तबाही में कई परिवार बिछड़ गए हैं। हादसों में अपने माता-पिता या परिजनों को खो चुके बच्चे अब मलबे में अपनों को खोज रहे हैं। राहत शिविरों में उनके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे हैं।
* आपदा प्रबंधन हाई अलर्ट पर
प्रशासन और राहत-बचाव अभियान राज्य आपदा प्रबंधन बल (SDRF), सेना और एनडीआरएफ की टीमें लगातार प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य कर रही हैं। प्रशासन का कहना है कि प्राथमिकता फंसे हुए लोगों को सुरक्षित निकालने और प्रभावित परिवारों को तुरंत सहायता पहुंचाने पर है।
* मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने आने वाले 48 घंटों तक भारी बारिश की संभावना जताई है। साथ ही लोगों को नदी और नालों के पास न जाने और सुरक्षित जगहों पर शरण लेने की सलाह दी गई है।