
रांची में झूम उठे किसान: अच्छी बारिश से धान की बंपर पैदावार के आसार!
रांची:इस साल झारखंड में मॉनसून ने समय पर दस्तक दी है और इंद्रदेव भी पूरी तरह मेहरबान हैं, जिससे किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई है. लगातार हो रही अच्छी बारिश ने इस बार धान की बंपर फसल की उम्मीदें जगा दी हैं, जो झारखंड के किसानों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है. राज्य की कृषि व्यवस्था काफी हद तक वर्षा जल पर निर्भर करती है, और ऐसे में यह अनुकूल मौसम किसानों के लिए अच्छी पैदावार का संकेत दे रहा है.
खेतों में तैयारियां तेज, जल्द शुरू होगी धान की रोपनी
मॉनसून की अच्छी शुरुआत को देखते हुए, किसान इन दिनों अपने खेतों को धान की बुवाई के लिए तैयार करने में पूरी लगन से जुटे हुए हैं. उम्मीद है कि अगले 8 से 10 दिनों में धान की रोपनी का काम भी शुरू हो जाएगा. किसान काफी उत्साहित हैं, क्योंकि उन्हें भरोसा है कि इस बार उन्हें अपनी मेहनत का अच्छा फल मिलेगा.
मौसम वैज्ञानिकों की सलाह: पानी निकासी पर दें ध्यान
मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद ने किसानों को कुछ महत्वपूर्ण सलाह भी दी है. उन्होंने कहा है कि जिन किसानों का बिचड़ा (धान की नर्सरी) तैयार हो चुका है, वे अगले दो-तीन दिनों में धान की रोपाई कर सकते हैं. इसके अलावा, उन्होंने हरी फसलों के लिए किसानों को खेतों से अतिरिक्त पानी की निकासी की उचित व्यवस्था करने की सलाह दी है, ताकि फसलें जलभराव के कारण खराब न हों. यह सलाह किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि अत्यधिक पानी भी फसल को नुकसान पहुंचा सकता है.
झारखंड की मुख्य फसल: धान का महत्व
झारखंड में खरीफ फसल में धान की खेती का सबसे अधिक महत्व है. यह राज्य की मुख्य खरीफ फसल मानी जाती है. राज्य में कुल 28 लाख हेक्टेयर कृषि योग्य भूमि है, जिसमें से अकेले 18 लाख हेक्टेयर में धान की फसल लगाई जाती है. मॉनसून के सही समय पर आने से किसानों को अपने खेतों को समय पर तैयार करने का मौका मिला है, और अब अच्छी बारिश ने उनकी उम्मीदों को और मजबूत कर दिया है. किसानों को उम्मीद है कि इस साल उन्हें धान की अच्छी पैदावार मिलेगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा. यह अच्छी फसल न केवल किसानों के लिए, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए भी महत्वपूर्ण साबित होगी.
रांची से विजय कुमार गोप की रिपोर्ट