रांची शहर में जगी दीपों की जगमगाहट
रिपोर्ट:रांची डेस्क
रविवार रात से ही रांची के मुख्य बाजार अपर बाजार, मेन रोड, सर्जना चौक, कचहरी चौक से लेकर हरमू, कोकर और बिरसा चौक तक दीपावली की चकाचौंध देखने लायक थी। हर दुकान पर बिजली की लड़ियों, दीयों और रंगोली से सजे द्वार लोगों को आकर्षित कर रहे थे। गलियों में बच्चों की पटाखों की आवाज़ के साथ माहौल उल्लासपूर्ण बना रहा। रात होते-होते पूरा शहर दीपों की सुगंध और रंग-बिरंगी रोशनी में नहा गया था
बाजारों में उमड़ी अपार भीड़
दीपावली से एक दिन पहले से ही रांची के बाजार गुलजार रहे। लोगों ने गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियाँ, पूजा सामग्री, सजावटी सामान, तोरण, बंदनवार, और सुंदर मिट्टी के घरौंदे ख़रीदे। खासकर महिलाओं में डिजाइनर दीयों और रंगोली सामग्रियों की खूब मांग रही। बारिश के बावजूद खरीददारी का उत्साह कम नहीं हुआ
सांस्कृतिक दीपावली मेले की धूम 
जेसोवा संस्था द्वारा आयोजित दीपावली मेले ने शहरवासियों को पारंपरिक झारखंडी संस्कृति से जोड़ दिया। यहां लोकगीत, पारंपरिक हस्तशिल्प और झारखंडी व्यंजनों की सजीव झलक मिली। बच्चों की प्रस्तुतियों और महिलाओं के सजाए स्टॉल्स ने पूरे आयोजन को जीवंत बना दिया। मुख्यमंत्री ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यह राज्य की लोकसंस्कृति को जीवित रखने वाला प्रयास है
पूजा-अर्चना और सुरक्षा व्यवस्था
शहर के मंदिरों में लक्ष्मी-गणेश की पूजा-अर्चना भव्यता से हुई। लोग पूरे विधि-विधान से मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की आराधना करते दिखे। रात 12 बजे तक पूजा संपन्न हुई, जिसके बाद घर-घर मिठाइयों और पटाखों से दीपोत्सव का उल्लास चरम पर था। प्रशासन ने सुरक्षा के लिए फायर ब्रिगेड और पुलिस बल के साथ पर्याप्त इंतज़ाम किए थे
