आदिवासियों के उत्थान भारतीय जनता पार्टी ही कर सकती है
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने पोटका हल्दीपोखर गंगाडीह लखी पूजा कार्यक्रम के दौरान मीडिया से बातचीत में कई बड़े बयान दिए। उन्होंने दावा किया कि आदिवासियों के उत्थान का जिम्मा सिर्फ भारतीय जनता पार्टी निभा सकती है। उनका यह बयान स्थानीय राजनीति में नई हलचल का कारण बना है। चंपई सोरेन भाजपा में हाल ही में शामिल हुए हैं और उन्होंने अपने पुराने राजनीतिक सफर, मजदूरों की लड़ाई, और आदिवासी हितों पर विस्तार से चर्चा की।
आदिवासी उत्थान और चंपई सोरेन का संकल्प
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने स्पष्ट कहा कि झारखंड में आदिवासियों की जमीन को लगातार छीना जा रहा है, ऐसे हालात में भारतीय जनता पार्टी ही आदिवासियों के अधिकारों की रक्षा में सबसे सक्षम पार्टी है। उन्होंने कहा, “हमने हमेशा मजदूरों के हक की लड़ाई में आगे रहकर उनका अधिकार दिलाया। यहाँ के आदिवासी-मूलवासी समुदाय को टाटा स्टील में नौकरी दिलाने की जिम्मेदारी खुद उठाई थी।” सोरेन का यह बयान पार्टी की नीतियों को लेकर एक बड़ा संदेश है।
राजनीति में बदलाव: भाजपा में शामिल होने के कारण
चंपई सोरेन ने बताया कि उन्होंने जिस पार्टी को अपने खून-पसीने से बनाया अब उसी में कुछ लोग उनका निरादर करने लगे हैं। इसी कारण उन्होंने पार्टी छोड़ने का फैसला लिया और भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। उन्होंने खुलासा किया कि एक समय वे राजनीति से संन्यास लेने का विचार कर रहे थे लेकिन झारखंड के हालात और आदिवासी समाज को लगी जरूरतों को देखकर अपना निर्णय बदला। सोरेन ने कहा, “झारखंड को चंपई सोरेन की आवाज की जरूरत है, इसलिए मैंने संन्यास नहीं लिया।”
मजदूरों के अधिकार और सामाजिक संघर्ष
चंपई सोरेन ने मजदूरों की कठिनाइयों और उनके अधिकार दिलाने की लड़ाई को अपने राजनैतिक जीवन की प्राथमिकता बताया। उनका कहना है, “हम हमेशा उनके साथ खड़े रहे, असली हक दिलाया और आगे भी लड़ते रहेंगे।” उन्होंने अपने योगदान की चर्चा करते हुए कहा कि सामाजिक न्याय और सरकारी नौकरियों तक आदिवासी पहुँचाना उनका मिशन रहा है।
भाजपा के साथ भविष्य की नीति
चंपई सोरेन के मुताबिक अब झारखंड के आदिवासी समाज को उनका हक दिलाने, जमीन की रक्षा और सामाजिक उत्थान के लिए भाजपा ही सक्षम है। उन्होंने पार्टी की प्रतिबद्धता का समर्थन करते हुए कहा, “आदिवासियों की रक्षा और अधिकार के लिए भाजपा सबसे सशक्त राजनीतिक विकल्प है। जिनका आदिवासी समाज में विश्वास है,
वे भाजपा से जुड़ें
झारखंड में आदिवासियों की जमीन को छीना जा रहा है, आदिवासियों के उत्थान के लिए मैं भाजपा से जुड़ा हूँ। राजनैतिक संघर्ष हमेशा मजदूर और आदिवासी हित में रहेगा।चंपई सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री झारखंड
