मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार कल आएंगे पटना
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
बिहार:- 4 अक्टूबर 2025 को मुख्य निर्वाचन आयुक्त (CEC) ज्ञानेश कुमार पटना आएंगे और सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक पटना के होटल ताज सिटी सेंटर में राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ बैठक करेंगे। इस बैठक में प्रमुख दलों जैसे बीजेपी, कांग्रेस, राजद और जदयू के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य बिहार विधानसभा चुनाव के लिए चुनावी तैयारियों की समीक्षा करना है।
निर्वाचन की सभी प्रक्रिया पर होगी बातचीत
बैठक में चुनाव आयोग द्वारा निर्वाचन प्रक्रिया को निष्पक्ष, शांतिपूर्ण और पारदर्शी बनाने के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा होगी। इसमें मतदाता सूची की समीक्षा, मतदान केंद्रों पर सुविधाओं की उपलब्धता, चुनाव अधिकारियों के प्रशिक्षण की प्रगति, ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था, और मतदाताओं की सहभागिता बढ़ाने के उपाय शामिल होंगे। इसके अलावा, इस बैठक में प्रशासनिक और सुरक्षा व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया जाएगा ताकि चुनाव सुचारू रूप से हो सकें।
चुनाव की तारीख का ऐलान
विशेषज्ञ मानते हैं कि इस बैठक के बाद बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान संभवत: 5 अक्टूबर के बाद किया जाएगा। 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर 2025 को खत्म हो रहा है और चुनाव का आयोजन उसी से पहले करना जरूरी है। बैठक के बाद चुनाव की चरणबद्ध प्रक्रिया, मतदान की रणनीति और अन्य जरूरी चुनावी व्यवस्थाओं का भी निर्णय लिया जाएगा।
सीधा संवाद करेंगे पार्टीयां
इस बैठक का राजनीतिक महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसमें प्रमुख पार्टियां चुनाव आयोग के साथ सीधे संवाद करेंगी और चुनाव को लेकर उनके द्वारा उठाई गई किसी भी चिंता या मुद्दे पर चर्चा होगी। यह बैठक बिहार चुनावी प्रक्रिया की एक महत्वपूर्ण कड़ी मानी जा रही है।
इस सार में बैठक के एजेंडे और संभावित निर्णय होंगे:
बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान।
मतदान केंद्रों में सुविधाओं और सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा व सुधार।
मतदाता सूची की अंतिम समीक्षा।
चुनाव अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रशिक्षण की वर्तमान स्थिति।
ईवीएम और वीवीपैट की व्यवस्था की पुष्टि।
राजनीतिक दलों की चुनावी तैयारियों का जायजा।
चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के तरीके।
चुनाव को शांतिपूर्ण, निष्पक्ष और पारदर्शी बनाने के उपाय।
चुनाव तैयारी के अंतिम रूप
यह बैठक बिहार चुनाव की तैयारियों को अंतिम रूप देने में एक निर्णायक कदम होगी, जिसके बाद चुनाव आयोग आधिकारिक घोषणा करेगा और चुनाव प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। यह जानकारी बिहार की राजनीति और चुनाव के दृष्टिकोण से बहुत महत्वपूर्ण है और स्थानीय जनता के लिए चुनाव माहौल की पूरी तैयारी का संकेत देती है।
