भीड़भाड़, उल्लास और परंपरा रांची में विजयादशमी महोत्सव जोरों पर
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
रांची। महानवमी के पावन अवसर पर राजधानी रांची पूरी तरह त्योहार के रंग में रंगी हुई है। शहर के प्रमुख पूजा पंडालों में कलाकारों की भव्य कृतियों के बीच भारी भीड़ जुटी है। ऐतिहासिक पूजा समितियों और थीम-बेस्ड पंडालों में माता के दरबार में श्रद्धालुओं की लंबी कतारें सुबह से ही देखने को मिलीं। श्रद्धालुओं ने विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आनंद उठाया व मां दुर्गा से प्रदेशवासियों के लिए सुख-शांति की प्रार्थना की
दशहरे पर 8 स्थानों पर रावण दहन CM करेंगे शुभारंभ
रांची में विजयादशमी के पर्व पर इस वर्ष 8 प्रमुख स्थानों पर रावण दहन का आयोजन प्रस्तावित है। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक यह आयोजन हर वर्ष की भांति इस बार भी विशेष आकर्षण का केंद्र रहेगा। शहर के मोरहाबादी मैदान, हरमू मैदान, बिरसा चौक आदि प्रमुख जगहों पर विशाल पुतले बनाए गए हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन रावण दहन उत्सव का शुभारंभ करेंगे तथा मंच से प्रदेशवासियों को संदेश देंगे। प्रशासन की ओर से सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतज़ाम किए गए हैं। पंडालों व आयोजन स्थलों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती है और नगर निगम लगातार साफ-सफाई अभियान में लगा है
पूजा-पंडालों में कार्यक्रम और सांस्कृतिक रंग
इस बार की खास बात थीम आधारित पंडाल जहाँ स्थानीय हस्तशिल्प, ऐतिहासिक धरोहर और पर्यावरण सुरक्षा पर ध्यान आकर्षित किया गया। कई समितियों ने झारखंडी लोगगीत-नृत्य, रामलीला मंचन, भक्ति संगीत आदि खास कार्यक्रम आयोजित किए। महिलाओं, बच्चों, युवाओं ने रंगोली, दीप सज्जा, और आर्ट प्रतियोगिता में भाग लिया।
उत्सव पर प्रशासन और ट्रैफिक का इंतजाम
नगर निगम व ट्रैफिक पुलिस ने त्योहार को ध्यान में रखते हुए विशेष व्यवस्था लागू की है। ट्रैफिक डायवर्सन, पार्किंग व्यवस्था, मेडिकल इमरजेंसी टीम और दमकल की गाड़ियां चौकस रहेंगी। प्रशासन ने लोगों से नियमों का पालन करने व बच्चों पर विशेष निगरानी रखने की अपील की है
मुहूर्त व तिथि
दशहरा पर्व 2 अक्टूबर को मनाया जाएगा। पूजा व रावण दहन का शुभ मुहूर्त सूर्यास्त के बाद, यानी शाम 6:05 बजे के बाद है। इसी अवधि में शहर के आयोजनों की शुरुआत होगी
रांची में विजयादशमी व दशहरे का पर्व सामाजिक समरसता, उल्लास, आस्था और सांस्कृतिक रंगों के संग अपना उल्लासपूर्ण रंग बिखेर रहा है। बुराई पर अच्छाई की जीत के संदेश के साथ झारखंड की राजधानी उत्सव की अद्भुत छटा में सराबोर है
