नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के इल्जाम से भड़के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
रांची स्वास्थ्य विभाग टेंडर घोटाले को लेकर मंगलवार को सियासत गर्मा गई। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को पत्र लिखकर पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराने और दोषियों परएफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है।
बाबूलाल मरांडी का पत्र
बाबूलाल मरांडी ने पत्र में लिखा है कि स्वास्थ्य विभाग में करोड़ों रुपये का टेंडर घोटाला उजागर हुआ है। यह मामला सीधे तौर पर सरकारी धन के दुरुपयोग और आम जनता के स्वास्थ्य सेवाओं के साथ खिलवाड़ से जुड़ा है। ऐसे में राज्य सरकार को तुरंत कदम उठाते हुए दोषियों की पहचान कर सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष का सवाल
नेता प्रतिपक्ष ने सवाल उठाया कि आखिर इस टेंडर प्रक्रिया में किस तरह गड़बड़ी की गई और किन-किन स्तरों पर जिम्मेदारी तय होती है। उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की कि पूरे प्रकरण को दबाने का प्रयास न कर निष्पक्ष जांच कराई जाए, ताकि सच्चाई जनता के सामने आ सके।
मंत्री भड़के सवाल पर
पत्र को लेकर जब स्वास्थ्य मंत्री से सवाल पूछा गया तो वे पत्रकारों पर भड़क उठे। मंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा कि उनसे वही सवाल पूछे जाएं “जो मंत्रीजी को अच्छे लगें”। इस दौरान वे बार-बार सवालों से बचते नजर आए और मीडिया से उलझते भी दिखे।
हालांकि बढ़ते दबाव के बीच बाद में उन्होंने सफाई दी। मंत्री ने कहा कि “यह कथित घोटाला मेरे मंत्री पद की शपथ लेने से पहले का है। मौजूदा कार्यकाल से इसका सीधा संबंध नहीं है।”
विपक्ष ने किया हमला
भाजपा नेताओं ने मंत्री के इस बयान पर पलटवार किया है। विपक्ष ने कहा है कि अगर यह घोटाला मंत्री के पद संभालने से पहले का है तो फिर सरकार को इसमें पारदर्शिता दिखाने में दिक्कत क्यों है। इस पूरे मामले को लेकर विपक्ष विधानसभा सत्र में भी आवाज उठाने की तैयारी कर रहा है। वर्तमान में स्वास्थ्य विभाग टेंडर घोटाले की गूंज पूरे झारखंड की राजनीति में सुनाई दे रही है, और विपक्ष इसे हेमंत सरकार की बड़ी नाकामी बताते हुए मुख्यमंत्री से सीधे जवाब मांग रहा है
