 
			रांची में ईडी की आधा दर्जन जगह पर रेड : जमीन घोटाले में बिल्डरों के ठिकानों पर छापेमारी से हड़कंप
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
रांची में ईडी की बड़ी कार्रवाई
रांची। राजधानी रांची में एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने जमीन घोटाले से जुड़ी जांच के तहत मंगलवार सुबह ताबड़तोड़ छापेमारी की है। कांके, सुखदेव नगर (रातू रोड) और कडरू इलाके में स्थित आधा दर्जन से अधिक बिल्डरों के ठिकानों पर ईडी की टीम ने एक साथ रेड डालकर पूरे बिल्डर लॉबी में खलबली मचा दी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक यह कार्रवाई मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ी जांच का हिस्सा है। टीम सुबह आठ बजे के करीब कई स्थानों पर पहुंची और तलाशी अभियान शुरू किया। बताया जाता है कि जिन बिल्डरों के दफ्तर और ठिकानों पर छापेमारी हो रही है, उनका नाम विवादित जमीन खरीद-फरोख्त और सरकारी जमीनों पर कब्जे के मामलों में पहले भी सामने आ चुका है।
पुरानी कड़ियों से जुड़ रहा मामला
जानकारी के अनुसार, ईडी पहले भी इस मामले में सक्रिय रही है। करीब एक साल पहले, 10 जुलाई 2024 को कांके क्षेत्र में ईडी की टीम ने विवादित जमीनों का सत्यापन किया था। उस दौरान चामा मौजा की जमीनों के कागजात की बारीकी से जांच की गई थी। इसमें सीएनटी एक्ट और सरकारी जमीनों से जुड़े कई अहम दस्तावेजों पर गहराई से पड़ताल की गई थी।
ताज़ा कार्रवाई को उसी जांच की अगली कड़ी माना जा रहा है। एजेंसी के अधिकारियों का कहना है कि जमीन की खरीद-बिक्री के जरिए बड़े पैमाने पर अवैध लेन-देन और मनी लॉन्ड्रिंग की आशंका है।
छापेमारी से हड़कंप
ईडी की इस कार्रवाई के बाद राजधानी के रियल एस्टेट क्षेत्र में हड़कंप मचा हुआ है। जिन इलाकों में छापेमारी हुई है, वहां सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं। बताया जा रहा है कि ईडी के साथ केंद्रीय सुरक्षा बलों के जवान भी मौजूद हैं, ताकि मौके पर किसी तरह का व्यवधान न हो।
स्थानीय लोगों के अनुसार, छापेमारी के दौरान अधिकारियों ने जमीन के कागजात, जमीन हस्तांतरण से संबंधित रजिस्ट्री पेपर और वित्तीय लेन-देन की डीटेल्स खंगाली हैं। कई महत्वपूर्ण दस्तावेज ईडी के कब्जे में लिए जाने की बात सामने आ रही है।
बड़ा घोटाला होने की आशंका
ईडी की जांच का फोकस इस बात पर है कि किस तरह सरकारी जमीन और सीएनटी एक्ट के दायरे में आने वाली जमीनों को अवैध तरीके से खरीदा-बेचा गया और बिल्डरों ने किस हद तक अवैध मुनाफा कमाया। एजेंसी को शक है कि इस पूरे नेटवर्क में कई बड़े नाम शामिल हो सकते हैं।
आगे की कार्रवाई
प्रवर्तन निदेशालय की ओर से अभी तक कार्रवाई को लेकर आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है। लेकिन सूत्रों का कहना है कि हिरासत और पूछताछ की प्रक्रिया आगे बढ़ सकती है। जिन बिल्डरों के यहां छापेमारी चल रही है, उनसे जुड़े बैंक लेन-देन और कंपनी खातों को भी खंगालने की तैयारी है।
ईडी की यह छापेमारी न केवल जमीन घोटाले की जांच को नई दिशा देती दिख रही है, बल्कि आने वाले दिनों में रांची समेत पूरे झारखंड के रियल एस्टेट कारोबार पर भी बड़ा असर डाल सकती है।

 
			 
			