जामताड़ा ट्रेन हादसा: बक्सर-टाटा सुपरफास्ट में लगी आग, बड़ा हादसा टला
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
जामताड़ा जिले में सोमवार को बक्सर-टाटा सुपरफास्ट ट्रेन में उस वक्त हड़कंप मच गया जब अचानक एक बोगी में आग लग गई। घटना जामताड़ा और विद्यासागर स्टेशन के बीच कालाझरिया गांव के पास की है। हालांकि रेलवे कर्मियों की सतर्कता और तुरंत की गई कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया। गनीमत यह रही कि इस घटना में कोई यात्री गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ और न ही किसी की मौत की खबर है।
कैसे लगी आग?
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक ट्रेन के इंजन के बाद तीसरी बोगी में अचानक धुआं और आग की लपटें उठने लगीं। तेज धुआं और आग देखकर यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। कुछ यात्री डर के मारे गेट से कूद गए तो कुछ यात्री खिड़की तोड़कर बाहर निकल गए।
रेलवे सूत्रों के अनुसार आग लगने की वजह बोगी के नीचे चक्का (व्हील असेंबली) से उठी चिंगारी मानी जा रही है। इसी वजह से ऊपर तक आग फैल गई जिससे बोगी को नुकसान पहुंचा।
पायलट और रेलवे स्टाफ की सतर्कता
जैसे ही लोको पायलट को धुआं उठने और आग लगने की जानकारी मिली, उन्होंने तत्काल ट्रेन रोक दी। रुकने के बाद मौके पर रेलवे स्टाफ सक्रिय हो गया। फायर एक्सटिंग्विशर (अग्निशामक यंत्र) की मदद से बोगी में लगी आग पर काबू पाया गया।
करीब 45 मिनट तक ट्रेन ट्रैक पर रुकी रही। इस बीच यात्रियों में दहशत का माहौल रहा। हालांकि, पूरी स्थिति नियंत्रण में आने के बाद ट्रेन को दोबारा रवाना कर दिया गया।
जांच में जुटा रेलवे
घटना के बाद रेलवे अधिकारियों ने कहा कि प्रारंभिक जांच में तकनीकी खराबी से आग लगने की बात सामने आ रही है। रेलवे ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि की है कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और कोई भी घायल या हताहत नहीं हुआ है।
रेलवे कर्मियों ने कहा कि मामले की विस्तृत जांच की जा रही है। घटना के समय करीब सैकड़ों यात्री ट्रेन में सवार थे। फिलहाल स्थिति सामान्य है।
यात्रियों में दहशत, लेकिन राहत की सांस
इस हादसे से यात्रियों में जहां अफरा-तफरी का माहौल रहा, वहीं आग पर नियंत्रण पाए जाने और सभी की सुरक्षा सुनिश्चित होने पर उन्होंने राहत की सांस ली। स्थानीय लोगों का कहना है कि अगर समय रहते ट्रेन नहीं रोकी जाती और आग पर काबू नहीं पाया जाता, तो बड़ी दुर्घटना हो सकती थी।
