झारखंड का सबसे बड़ा पार्क: चाकुलिया बना पर्यटन का नया केंद्र
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झारखंड का सबसे बड़ा पार्क: चाकुलिया बना पर्यटन का नया केंद्र

 

रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के चाकुलिया में राज्य का सबसे बड़ा इकोलॉजिकल पार्क बनकर तैयार हो गया है। अमलागोड़ा रोड स्थित यह पार्क 78 हेक्टेयर (करीब 195 एकड़) में फैला है और अक्टूबर के प्रथम सप्ताह में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इसका भव्य उद्घाटन करेंगे। इस पार्क को अत्याधुनिक सुविधाओं और प्राकृतिक सौंदर्य का संगम बताते हुए विशेषज्ञ इसे झारखंड ही नहीं, बल्कि ओडिशा, बंगाल और बिहार के लिए भी अनोखा आकर्षण मान रहे हैं।

23 करोड़ की लागत से बना आकर्षण का केंद्र

चाकुलिया इकोलॉजिकल पार्क को बनाने में लगभग 23 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। निर्माण कार्य बेहद कम समय सीमा में पूरा किया गया, जिसकी देखरेख स्थानीय रेंजर दिग्विजय सिंह ने की। विभागीय सचिव से लेकर पीसीसीएफ और वरिष्ठ अधिकारियों ने यहां का निरीक्षण कर निर्माणाधीन कार्य व सुविधाओं की सराहना की है।

क्या-क्या है पार्क में

यह पार्क विभिन्न अनुभवों का संगम है। मनोरंजन, धार्मिक आकर्षण और पर्यावरण शिक्षा को एक साथ जोड़ने की कोशिश की गई है चार प्रकार के म्यूजिकल फव्वारे, तैराकी और बोटिंग क्लब,नवग्रह पार्क,कैक्टस गार्डेन और रोज गार्डेन,मेडिसिनल प्लांट्स क्षेत्र,सफेद चंदन और लाल चंदन वन,शिव कुंड और प्राचीन मूर्तियाँ,बड़ा कैंटीन और कम्युनिटी हॉल,चिल्ड्रन पार्क व सीनियर सिटीजन जोन,रेस्ट हाउस और आधुनिक सुविधाएं, यहां पर्यटकों को हर वर्ग और हर आयु समूह के लिए कुछ-न-कुछ खास मिलेगा।

सीमावर्ती इलाकों के लिए नई पहचान

चाकुलिया की भौगोलिक स्थिति विशेष महत्व रखती है। बंगाल और ओडिशा की सीमा से सटे इस इलाके में अब हर मौसम में तीनों राज्यों से पर्यटक खिंचे चले आएंगे। माना जा रहा है कि यह पार्क न सिर्फ पूर्वी सिंहभूम, बल्कि पूरे झारखंड के लिए पर्यटन मानचित्र पर नई पहचान बनाएगा।

पर्यावरण संग शिक्षा और आध्यात्मिकता

मनोरंजन और रोमांच के साथ ही यहां प्रकृति संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया गया है। पार्क को इस तरह विकसित किया गया है कि यहां आने वाले पर्यटक आधुनिक सुविधाओं का आनंद उठाने के साथ-साथ पर्यावरणीय शिक्षा, धार्मिक शांति और हरियाली का अनोखा अनुभव ले सकें।

वन विभाग के रेंजर दिग्विजय सिंह ने कहा कि “चाकुलिया इकोलॉजिकल पार्क में आने वाले पर्यटक इसकी चकाचौंध और प्राकृतिक हरियाली देखकर तनाव भूल जाएंगे। उन्हें यहां आधुनिकता के साथ प्रकृति की गोद में रहने का अनुभव मिलेगा।”

पर्यटन और रोजगार की उम्मीद

स्थानीय लोगों को उम्मीद है कि पार्क के उद्घाटन के साथ यहां पर्यटन को नई उड़ान मिलेगी और रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे। होटलों से लेकर स्थानीय व्यापारियों और गाइड तक, सबको लाभ मिलने की संभावना है।

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