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श्रावण मास में शिवालयों में शिव भक्तों की लग रही है लंबी कतार….

रिपोर्ट:- राँची डेस्क………..


झारखंड/राँची : इस पवित्र माह, सावन में श्रद्धालु पहुंचे शिवालय और भोलेनाथ का जलाभिषेक किया, शिव मंदिरों में काफ़ी लंबी कतारे देखने को मिली और बिसना बाबा पहाड़ी मंदिर में सबसे अधिक भीड़ देखने को मिली, दूर -दूर से श्रद्धालु यह आए और जलाभिषेक किया। प्रखंड के शिव टंगरा मंदिर पुरानानगर- महेशपुर में भी श्रद्धालुओ की काफ़ी भीड़ रहीं। सोनाहातू प्रखंड के नीलकंठ धाम जामुदाग, काला महादेव सोनाहातू, महादेवबेडा पंडाडीह, हरिन और सती घाट के शिव मंदिर में भी श्रद्धालुओ की काफ़ी भीड़ रहीं।

विद्यानाथ धाम (देवघर) पहुंचे श्रद्धालु
सावन की पहली सोमवार को बाबा धाम में भी काफ़ी भीड़ रहीं। बाबा धाम में श्रावणी मेला भी लगा हैं। सावन सोमवारी पे पहले पावन दिन पर देवघर के बाबा धाम में श्रद्धालुओं का जल सैलाब उमड़ पड़ा हैं।पहले सोमवार से ही लोग जलाभिषेक कर रहे थे। कुछ श्रद्धालु तो सावन की पहली सोमवार को जल चढ़ने के लिए देर रात ही मंदिर पहुंचे थे तो कुछ श्रद्धालुओ ने बताया कि जलाभिषेक करने में 8 घंटे से भी अधिक समय लगा,और किन्हीं को 12- 15 घंटों तक इंतजार करना पड़ा। प्रशाशन को द्वारा श्रद्धालुओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा था। मंदिर के चारों ओर एवं मुख्य चौकों पर क्यूआरटी की टीम तैनात की गई थी।

देश-विदेश से 50 से 60 लाख श्रद्धालु पहुंचेंगे
राज्य सरकार का अनुमान है कि इस साल मेले में देश-विदेश से 50 से 60 लाख श्रद्धालु पहुंचेंगे। उनकी सुविधा, सुरक्षा और सहूलियतों को लेकर राज्य सरकार की ओर से हर स्तर पर व्यापक इंतजाम किए गए हैं। श्रद्धालुओं के रहने और विश्राम के लिए देवघर-सुल्तानगंज मार्ग में कोठिया और बाघमारा में सुविधाओं से युक्त विशाल टेंट सिटी का निर्माण कराया गया है, जहां एक साथ हजारों श्रद्धालु विश्राम कर सकते हैं।


जगह-जगह स्नानगृह, शौचालय, चिकित्सा शिविर की व्यवस्था
मेला क्षेत्र में जगह-जगह स्नानगृह, शौचालय, चिकित्सा शिविर और सूचना केंद्र बनाए हैं। मेले को डिजिटल स्वरूप दिया गया है। भक्त क्यूआर कोड स्कैन कर हर सुविधा की जानकारी सुगमता से प्राप्त कर सकते हैं। भारी भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं। हालांकि, वीआईपी और वीवीआईपी दर्शन पर रोक लगा दी गई है।
आउट ऑफ टर्न दर्शन की अनुमति भी नहीं दी गई है। इसके साथ ही स्पर्श पूजा पर भी पाबंदी लगाई गई है। इस बार शीघ्र दर्शनम की सुविधा भी स्थगित रखी गई है। सभी श्रद्धालुओं के लिए अरघा के माध्यम से जलार्पण की व्यवस्था की गई है, ताकि भीड़ में किसी को परेशानी न हो। मेला क्षेत्र में तैनात पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को विनम्रता और सेवा भाव से ड्यूटी निभाने का निर्देश दिया गया है।

रेलवे ने किया कुछ खास इंतज़ाम कावड़ियों के लिए
पूर्व मध्य रेल हाजीपुर जोन ने सावन माह में कावड़ियों की सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की है। पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर जंक्शन पर श्रद्धालुओं को बिना प्याज – लहसुन का सात्विक भोजन का प्रबंध कराया जायेगा। देवघर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए 36 श्रावणी मेला स्पेशल ट्रेनों का प्रबंध किया गया है। जसीडीह स्टेशन पर 6 से अधिक ट्रेनों का ठहराव समय बढ़ाया गया है। सुल्तानगंज स्टेशन पर 4 जोड़ी अतिरिक्त ट्रेनों का स्टॉपेज दिया गया है।
डीआरएम उदय सिंह मीना ने बताया कि डेहरी ओन सोन, सासाराम और गया स्टेशनों पर भी विशेष व्यवस्था की गई है। यात्रियों की सुवधा के लिए एटीवीएम और मोबाइल एप्स से टिकट बुकिंग की सुविधा दी गई है। सभी प्रमुख स्टेशनों पर आपातकालीन चिकित्सा सुविधा उपलब्ध रहेगी। यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेल सुरक्षा बल के विशेष दस्ते तैनात किए गए हैं।

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