झारखंड के पांच दिवसीय जसोवा मेला का समापन: 25वीं एनिवर्सरी समारोह व रंगारंग कार्यक्रम
1 min read

झारखंड के पांच दिवसीय जसोवा मेला का समापन: 25वीं एनिवर्सरी समारोह व रंगारंग कार्यक्रम

 

रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••

शुभारंभ से समापन तक उत्सव का रंग

झारखंड के ऐतिहासिक जसोवा मेला का समापन आज 13 अक्टूबर को हर्षोल्लास के साथ हुआ। यह पांच दिवसीय मेला राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को प्रदर्शित करने के लिए विख्यात है, जिसमें झारखंड की लोक-परंपराएं, हस्तशिल्प, भोजन और मनोरंजक कार्यक्रम आमजन को आकर्षित करते हैं। मेले का आयोजन इस वर्ष विशेष तौर पर यादगार रहा क्योंकि आइएस एसोसिएशन के सदस्यों ने अपनी 25वीं वर्षगांठ मनाते हुए केक काटा और समारोह की शोभा बढ़ाई।

आईएस एसोसिएशन का 25वां एनिवर्सरी सेलिब्रेशन

मेला के अंतिम दिन आइएस एसोसिएशन के सभी मेंबरों की उपस्थिति में 25th एनिवर्सरी का भव्य आयोजन किया गया। इस दौरान समारोह स्थल पर विशेष सजावट की गई थी और सभी मेंबरों तथा मेहमानों ने मिलकर केक काटा। इस जश्न में रांची के सभी स्टॉल संचालकों ने भी भागीदारी की और विशिष्ट मेहमानों के साथ अपनी शुभकामनाएं साझा कीं। कार्यक्रम में लेजर लाइट शो, मंचीय प्रस्तुतियां, और सांस्कृतिक नृत्य ने मेले की रौनक में चार चांद लगाए।

स्टॉल संचालकों व आमजन की सक्रिय भागीदारी

रांची के विभिन्न हस्तशिल्प, वस्त्र, खाद्य उत्पादों के स्टॉल इस मेले का मुख्य आकर्षण रहे। स्टॉल संचालकों ने न केवल अपनी उत्कृष्ट सामग्री प्रदर्शित की, बल्कि अंतिम दिन के रंगारंग कार्यक्रम में भी उत्साह से भाग लिया। मेले के सभी दिनों में आम पब्लिक ने झारखंडी संस्कृति, खेल प्रतियोगिताओं, लाइव संगीत और लजीज व्यंजनों का भरपूर आनंद उठाया। मेले में बच्चों के लिए खेलगृह और महिलाओं के लिए विशेष हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी ने सबका ध्यान आकर्षित किया।

रंगारंग कार्यक्रमों की झलकियां

शुभारंभ के दिन से लेकर समापन तक रोजाना शाम को झारखंडी लोक-नृत्य, भक्ति-गीत, गरबा, एवं फ़्यूज़न डांस प्रस्तुत किए गए। स्थानीय कलाकारों एवं सांस्कृतिक समूहों ने राष्ट्रीय स्तर तक मशहूर झारखंडी परंपराओं को मंच पर जीवंत किया। बच्चों के लिए चित्रकला प्रतियोगिता, बुजुर्गों के लिए अंताक्षरी एवं महिलाओं के लिए फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता जैसे आयोजन विशेष रूप से सराहे गए।

आम जनता की भागीदारी व समापन समारोह

मेले के समापन पर बड़ी संख्या में आम पब्लिक ने उपस्थित होकर रंगारंग कार्यक्रमों और प्रतियोगिताओं का लुफ्त उठाया। समारोह के अंत में आयोजकों ने भविष्य में और अधिक समावेशी एवं आकर्षक आयोजनों की घोषणा की। मेले का यह 25वां आयोजन स्थानीय संस्कृति, समृद्धि और भाईचारे का प्रतीक बन गया है। उपस्थित लोगों ने आयोजकों और पुलिस प्रशासन का आभार व्यक्त किया जिन्होंने सुरक्षा और व्यवस्था को सुनिश्चित किया।

 

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *