बिहार विधानसभा के चुनाव की तारीखे तय
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
रांची। बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों की आधिकारिक घोषणा के बाद राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इस बार चुनाव दो चरणों में संपन्न होंगे। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को जबकि दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होगा। राज्य की कुल 243 सीटों के लिए यह चुनाव फाइनल मुकाबला साबित होने वाले हैं। एनडीए और INDI गठबंधन—दोनों ने ही जीत का दावा किया है और प्रदेश की जनता को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का बयान
झारखंड प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने बिहार चुनाव को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “झारखंड मुक्ति मोर्चा बिहार में पिकनिक मनाने आ रही है। एनडीए की सरकार बनना तय है। जनता झूठे वादे और छलावे में नहीं आने वाली है। हमारे प्रत्याशी विकास और सुशासन का एजेंडा लेकर मैदान में हैं, जिसका जवाब पूरे बिहार की जनता वोट के जरिये देगी।”
झामुमो: INDI गठबंधन की जीत का दावा
दूसरी ओर, झामुमो (झारखंड मुक्ति मोर्चा) के केंद्रीय महासचिव मनोज पांडे ने INDI गठबंधन की जीत का विश्वास जताया। उन्होंने कहा, “एनडीए की सच्चाई सबके सामने आ चुकी है। बिहार की जनता अब बदलाव के मूड में है और INDI गठबंधन की सरकार बनाने का निश्चय कर चुकी है।”
सीट शेयरिंग पर उन्होंने बताया, “झामुमो के दो प्रतिनिधिमंडल बिहार पहुंच चुके हैं। बैठकें चल रही हैं और जल्द ही यह साफ हो जाएगा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा बिहार में कितनी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। हमारा प्रयास है कि सभी सहयोगी दल समन्वय बनाकर मजबूत विकल्प प्रस्तुत करें।”
सीट बंटवारे की हलचल
झामुमो के सूत्रों के अनुसार, दल के बिहार प्रभारी और अन्य वरिष्ठ नेता सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर तेजी से चर्चा कर रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि शुक्रवार तक अंतिम निर्णय सामने आ सकता है। इस बार झामुमो सीमावर्ती जिलों के अलावा अपने परंपरागत सामाजिक समर्थन वाले इलाकों में भी उम्मीदवार उतारने की कोशिश में है.
चुनावी माहौल
243 सीटों पर होने वाले इस चुनाव में एनडीए, जिसमें बीजेपी, जेडीयू, लोजपा (रामविलास) शामिल हैं, ने अपने प्रचार अभियान को जोर-शोर से शुरू कर दिया है। वहीं, INDI गठबंधन में राजद, कांग्रेस, वाम दलों के साथ झामुमो भी मजबूती से शामिल है और सभी दल साझा रणनीति पर काम कर रहे हैं
