एक नाबालिक ने धारदार वस्तु से खुद का गला कांटा
रिपोर्ट:-रांची डेस्क••••••
हजारीबाग बाल सुधार गृह में शुक्रवार सुबह एक गंभीर घटना सामने आई, जहां प्रेम प्रसंग से जुड़ा मामला बताया जा रहा है। लोहसिंघना थाना क्षेत्र स्थित बाल सुधार गृह में रह रहे एक नाबालिग ने धारदार वस्तु से खुद का गला काट लिया। घटना की जानकारी मिलते ही जुबनाइल वार्ड के कर्मियों ने तुरंत घायल बच्चे को शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल, हजारीबाग में भर्ती कराया। चिकित्सकों की त्वरित देखभाल के बाद फिलहाल उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
बाल सुधार गृह में मचा हड़कंप
शुक्रवार सुबह अचानक हुई इस घटना से बाल सुधार गृह परिसर में अफरातफरी मच गई। जैसे ही वहां मौजूद कर्मियों ने बच्चे को खून से लथपथ देखा, तुरंत उसे प्राथमिक उपचार के साथ एंबुलेंस से अस्पताल भेजा गया। चिकित्सकों का कहना है कि बच्चे की गर्दन पर गहरे घाव थे, लेकिन समय रहते इलाज मिलने से उसकी जान बच गई। अभी तक वह बोलने की स्थिति में नहीं है।
नाबालिग की पहचान गुप्त
नियमों के तहत बच्चे का नाम और तस्वीर सार्वजनिक नहीं की गई है। लेकिन जानकारी मिली है कि वह झारखंड के गिरिडीह का रहने वाला है। बताया जा रहा है कि किसी प्रेम प्रसंग से जुड़े मामले के कारण गुरुवार को ही हजारीबाग जुबनाइल में उसे लाया गया था। इस संबंध में अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
प्रशासन और बाल कल्याण समिति की नजर
घटना के बाद जिला प्रशासन व बाल कल्याण समिति की नजर मामले पर है। अधिकारियों का कहना है कि बच्चे के पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद उसे काउंसलिंग दी जाएगी और आगे की प्रक्रिया पूरी करते हुए वापस सुधार गृह भेजा जाएगा।
अस्पताल प्रबंधन की जानकारी
शेख भिखारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल के चिकित्सकों ने बताया कि फिलहाल बच्चे की हालत स्थिर है, लेकिन वह अभी बोलने में सक्षम नहीं है। उसे डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है।
आगे की कार्रवाई
अस्पताल से पूर्ण रूप से स्वस्थ होने के बाद बच्चे को वापस बाल सुधार गृह भेज दिया जाएगा। वहीं इस घटना के बाद बाल सुधार गृह की सुरक्षा व्यवस्था और काउंसलिंग तंत्र पर भी सवाल उठने लगे हैं।
